छत्तीसगढ़ में Fastag ने बढ़ाई मुसीबत, रायपुर-बिलासपुर NH पर लंबा जाम
रायपुर। छत्तीसगढ़ में Fastag लेकर वाहन धारियों की मुसीबतें बढ़ गई हैं। ज्यादातर टोल प्लाजा में लम्बी लाइन देखी जा रही हैं। केंद्र सरकार ने 1 जनवरी 2020 से देश के तमाम टोल प्लाजा में Fastag को अनिवार्य कर दिया है, लेकिन इस अनिवार्यता ने अभी से मुसीबत बढ़ाना शुरू कर दिया है।
शनिवार को सुबह से ही रायपुर-बिलासपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने एक टोल प्लाजा में सैकड़ों गाड़ियों की लंबी कतार लगी है। टोल प्लाजा में कैश शुल्क देने वाली गाड़ियों के लिए सिर्फ एक ही गेट खोल के रखा गया है। बाकी सारे गेट बंद कर दिए गए हैं। Fastag वाली गाड़ियों के लिए एक अन्य गेट को खोल कर रखा गया है। ऐसे में कैश देकर टोल प्लाजा को पार करने वाली तमाम गाड़ियां लंबी कतारों में खड़ी है।
सफर करने वाले वाहन धारकों के मुताबिक़ सबसे बड़ी मुसीबत यह है कि कैश शुल्क देकर पार होने वाली गाड़ियों के लिए सिर्फ एक ही गेट खोल के रखा गया है। ऐसी स्थिति में गाड़ियों की संख्या दोनों ओर से बढ़ गई है। बेहद लंबी कतार दोनों तरफ लगी हुई है।
बताया जा रहा है कि यहीं पर पास में ही टोल प्लाजा के दोनों ओर Fastag रजिस्ट्रेशन के लिए कैंप भी लगाए गए हैं, लेकिन अपनी गाड़ियों में Fastag लगवाने वालों की भी लाइन लगी हुई है, क्योंकि दोनों कैंप में मात्र एक-एक व्यक्ति तैनात किए गए हैं।
Fastag के लिए कैम्प पर 250 रुपये कार्ड के लिए लिए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त उस कार्ड को रिचार्ज कराया जा रहा है। Fastag कराने के तुरंत बाद भी गाड़ियां Fastag वाले गेट से आसानी से पार नहीं हो रही हैं, बल्कि रिचार्ज में आ रही तकनीकी दिक्कतों के कारण वहां भी जद्दोजहद का सामना करना पड़ रहा है।
कुल मिलाकर Fastag के लिए कम कैंप, कैश शुल्क देकर पार होने वाली गाड़ियों के लिए कम गेट होने के कारण लम्बा जाम लगा हुआ है और लोग परेशान हैं। अभी यह हाल है तो जनवरी में क्या हालत होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता हैं।