November 5, 2024

पूर्व CBI डायरेक्टर अश्विनी कुमार ने खुदकुशी की, राज्यपाल और DGP भी रह चुके हैं

शिमला।   हिमाचल के पूर्व डीजीपी, सीबीआई के पूर्व निदेशक और नगालैंड के राज्यपाल रहे अश्विनी कुमार ने शिमला में आत्महत्या कर ली. उन्होंने शिमला में अपने आवास पर फंदा लगा लिया. मौके से पुलिस को सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। 

सुसाइड नोट में लिखा है कि वह अपने जीवन से तंग आकर आगे की यात्रा के लिए निकल रहे हैं. सिरमौर जिला में जन्में अश्विनी कुमार सीनियर आईपीएस अफसर थे. उनकी आत्महत्या की खबर मिलते ही शिमला के एसपी मोहित चावला टीम के साथ मौके पर पहुंचे.

पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच में जुट गई है, हालांकि सुसाइड नोट बरामद होने के बाद अब कुछ और कहने को नहीं बचा है, लेकिन अश्विनी कुमार अपने जीवन से क्यों तंग आ गए थे और तनाव के कौन से कारण थे, उनका खुलासा होना बाकी है.

अश्विनी कुमार ने अपने अपने प्रोफेशनल जीवन में सफलता के कई आयाम हासिल किए. 70 वर्षीय अश्विनी कुमार का जन्म सिरमौर के जिला मुख्यालय नाहन में हुआ था. वह आईपीएस अधिकारी थे और सीबीआई व एसपीजी में विभिन्न पदों पर रहे. अगस्त 2008 से नवंबर 2010 के बीच वह सीबीआई के निदेशक रहे. मार्च 2013 में उन्हें नगालैंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया था.

हालांकि वर्ष 2014 में उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था. इसके बाद वह शिमला में एक निजी विश्वविद्यालय के वीसी भी रहे. उन्होंने कई विषयों में मास्टर डिग्री हासिल की थी. फिलहाल उनकी खुदकुशी से शिमला व हिमाचल में सभी लोग स्तब्ध हैं.

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