April 11, 2025

छत्तीसगढ़ में जापानी बुखार और निमोनिया से बच्चियों की मौत, मौसम बदलने से बढ़ा खतरा

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जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में मासूमों पर ठंड बढ़ने के साथ निमोनिया और जापानी बुखार का खतरा मंडराने लगा है. अब तक निमोनिया और मलेरिया जापानी बुखार के कारण तीन बच्चों की मौत हो चुकी है. बस्तर के डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में तीन मासूमों ने दम तोड़ा.बच्चों की मौत के बाद परिजनों का बुरा हाल है. बताया जा रहा है कि हालात गंभीर होने के कारण तीनों मासूम बच्चों को दंतेवाड़ा और बीजापुर से बस्तर के डिमरापाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

तीनों बच्चियों ने इलाज के दौरान तोड़ा दम : इनमें से एक बच्ची को निमोनिया की शिकायत थी. वहीं 2 मासूम मलेरिया और जापानी बुखार से पीड़ित थे. उपचार के दौरान 1-2 दिसम्बर की दरमियानी रात तीनों मासूमों ने दम तोड़ दिया. मृतकों में आरुषि डेढ़ वर्ष निवासी कुआकोंडा जिला दंतेवाड़ा, अनिता 4 वर्ष निवासी नकुलनार जिला दंतेवाड़ा और मल्लिका अनमोल 2 माह बीजापुर जिले की निवासी थी.

मृतकों में एक बच्ची को सर्दी खांसी निमोनिया की शिकायत थी. वहीं 2 बच्चियां मलेरिया और जापानी बुखार से पीड़ित थी. सभी बच्चों को स्थिति खराब थी. डिमरापाल अस्पताल में भर्ती कराने के बाद आवश्यक बेहतर उपचार किया गया. लेकिन उनकी मौत हो गई- डॉ. डीआर मंडावी,शिशु विशेषज्ञ

बदलता मौसम बढ़ा रहा है खतरा : आपको बता दें कि बदलते मौसम के कारण बीमारियों का खतरा बढ़ने लगा है. बस्तर क्षेत्र में लगातार जापानी बुखार और मलेरिया के केस सामने आ रहे हैं. जिसे देखते हुए सावधानी बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं. समुद्र में बने चक्रवात के कारण बस्तर के मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है. पिछले 3 दिनों से बस्तर में काले बादल छाए हुए हैं. हल्की बूंदाबांदी भी बस्तर के अलग-अलग हिस्सों में हुई है. जिससे मौसमी बीमारियों का खतरा भी बढ़ा है.

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