CG – देर रात ठंड में ठिठुरते जख्मी बच्चे की मदद करने खुद कलेक्टर पहुंच गये, इलाज के बाद सुरक्षित घर भेजवाया
रायपुर । मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सुशासन निहित प्रशासन की छवि आज रायपुर में पुनः देखने की मिली । महासमुंद ज़िले के रायकेरा गाँव से भटककर रायपुर पहुँचें चोट से कराहते बालक के सड़क पर ठिठुरते हुए भटकने की सूचना कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह को मिलते ही पूरी प्रशासनिक टीम बालक की मदद के लिए तत्काल मौक़े पर पहुँची । इस दौरान कलेक्टर स्वयं भी मौक़े पर पहुँचे, उन्होंने बालक को समाज कल्याण विभाग के ज़रिए न सिर्फ़ आश्रय स्थल भिजवाया बल्कि महासमुंद कलेक्टर प्रभात मलिक को फ़ोन कर बालक के सकुशल होने की सूचना गाँव में रह रहे परिजनॉ को देने भी कहा । देर शाम अविनाश बिल्डर में कार्यरत ज़ैद अली अपना काम पूरा कर घर लौट रहे थे तो एक चोटिल बालक तेलीबांधा फ्लाईओवर के नीचे ठंड से काँपते सड़क किनारे सिहरते अकेले भटकते दिखा ,उसे मदद पहुँचाने ज़ैद ने अपने स्तर से प्रयास की कोशिश करते हुए अपने परिचित पंकज चोपड़ा से मदद माँगी ।
पंकज कोरोना काल में कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह की सेवा भावी छवि और कार्यशैली से अवगत होने के कारण रायपुर स्मार्ट सिटी के अधिकारियों से मदद पहुँचाने के लिए बात की । कलेक्टर डॉ. सिंह को जैसे ही यह सूचना मिली , उन्होंने समाज कल्याण विभाग के अपर आयुक्त शोएब काजी और स्वास्थ्य विभाग की टीम को दवा , कंबल ,खाने और ज़रूरी सामानों के साथ ज़ैद के बताये लोकेशन पर तत्काल पहुँचने का निर्देश दिया । रेस्क्यू टीम के साथ कलेक्टर स्वयं भी मौक़े पर पहुँचे और भूषण ध्रुव नाम के इस बालक से घर वालों की जानकारी ली। डरा सहमा यह बालक ख़ुद को सिरपुर के पास रायकेरा का निवासी और पिता का नाम शंभु ध्रुव बताया है । समाज कल्याण विभाग की देख रेख में बालक को आश्रय स्थल रवाना कर दिया गया है जहां से कल उसे महासमुंद उसके गाँव रायकेरा भेजा जायेगा ।
कलेक्टर सिंह ने इस बालक की मदद के लिए ज़िला प्रशासन को सूचना देने वाले युवा मैनेजर ज़ैद की पीठ थपथपाई और कहा है कि गणतंत्र दिवस पर ज़ैद को सेवा कार्य में योगदान के लिए रायपुर ज़िला प्रशासन की ओर से सम्मानित किया जायेगा । उन्होंने आम लोगों से भी अपील की है कि घायल , दुर्घटनाग्रस्त राहगीरों और आम नागरिकों की मदद में कभी पीछे न रहे , अपने स्तर पर मदद करे और प्रशासन को भी सूचना देकर ज़रूरतमंद लोगों की सहायता का पुनीत कार्य अवश्य करें ।