लोकल सर्कल्स सर्वे : 62 फीसदी पेरेंट्स बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार नहीं, 1 सितंबर से खुल सकते हैं स्कूल
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के नए मामले सामने का आने सिलसिला लगातार जारी है। भारत में हर दिन हजारों की संख्या में संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं। अब तक देश में 31 लाख से ज्यादा लोग कोविड-19 की चपेट में आ चुके हैं। राहत की बात है कि देश में संक्रमण से उबने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। लॉकडाउन में ढील के बाद भी अभी लोग पहले की तरह बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। इस बीच सरकार सितंबर में स्कूल खोलने पर विचार कर रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या कोविड-19 के तेजी से बढते मामलों के बीच पेरेंट्स बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार हैं?
लोकल सर्कल्स (LocalCircles) के सर्वे के मुताबिक, 62 फीसदी पेरेंट्स अभी अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार नहीं है। यही नहीं, सर्वे में पाया गया कि सिर्फ 6 फीसदी लोग अगले दो महीने बाद ही मूवी देखने के लिए थियेटर जाने को तैयार हो पाएंगे। दूसरे शब्दों में कहें तो संक्रमण का डर ऐसा है कि 94 फीसदी लोग दो महीने बाद भी थियेटर जाने को तैयार नहीं हैं। वहीं, 64 फीसदी लोग दो महीने बाद भी मेट्रो ट्रेन में सफर करने से इनकार कर रहे हैं। सिर्फ 36 फीसदी लोगों ने ही मेट्रो या लोकल ट्रेन में सफर करने की बात कही है।
देश में अनलॉक 3.0 चल रहा है। इसका चौथा चरण 1 सितंबर से शुरू होगा। सरकार ने अभी तक चौथे चरण के लिए दिशानिर्देश जारी नहीं किए हैं। तीसरे चरण के लॉकडाउन में शिक्षण सस्थान, लोकल ट्रेन, मेट्रो सर्विस और सिनेमा हाल खोले जाएंगे. सरकार ने तीसरे चरण में जिम, होटल और रेस्टोरेंट खोलने की मंजूरी दी थी।
सर्वे में देश के 261 जिलों में 25,000 लोगों से बात की गई है, जिसमें 64 फीसदी पुरुष और 36 फीसदी महिलाएं हैं। लोगों से पूछा गया कि क्या 1 सितंबर से मेट्रो या लोकल ट्रेनें शुरू होने पर आप 60 दिन बाद यात्रा करेंगे। इस पर सिर्फ 36 फीसदी लोगों ने हां में जवाब दिया, जबकि 51 फीसदी ने नहीं कहा। वहीं, 13 फीसदी लोग अभी इस बारे में कुछ भी निश्चित तौर पर नहीं कह पाए। सिनेमा हॉल खुलने पर 3 फीसदी लोगों ने कहा कि कई बार जाएंगे, जबकि 3 फीसदी ने कहा कि एक या दो बार ही जाएंगे। वहीं, 77 फीसदी लोगों ने कहा कि नहीं जाएंगे।