छत्तीसगढ़ बंद का मिलाजुला असर, लोहारडीह हत्याकांड और आगजनी के विरोध में कांग्रेस ने खोला मोर्चा
रायपुर\कवर्धा। लोहारडीह हिंसा अग्निकांड के खिलाफ कांग्रेस ने आज छत्तीसगढ़ बंद किया है. गुरुवार को आगजनी और हत्याकांड में गिरफ्तार बंदी की मौत के बाद उसके अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंची कांग्रेस ने आज बंद का ऐलान किया. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से खत्म हो चुकी है. कवर्धा कांड के दोषियों को सजा देने की मांग करते हुए प्रदेश में सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक बंद रखा गया है.
दुर्ग जिले में कांग्रेस बंद का असर: दुर्ग जिले में कांग्रेस के बंद का कोई व्यापक असर नहीं दिख रहा है. क्योंकि चेंबर ऑफ कॉमर्स ने कांग्रेस के प्रदेश बंद के आह्वान को समर्थन नहीं करने का निर्णय लिया हैं. दुर्ग जिले के सबसे बड़े मार्केट कहे जाने वाले इंदिरा मार्केट और पावर हाउस मार्केट पहले जैसे खुला हुआ है. टाउनशिप में भी सारी दुकानें खुली हुई है. टाउनशिप में भी सारे दुकान खुली हुई है.
कवर्धा में छत्तीसगढ़ बंद का बड़ा असर: कवर्धा में उपजे विवाद के बाद कांग्रेस ने बंद बुलाया. लिहाजा कवर्धा में कांग्रेस बंद का असर दिख रहा है. जरुरी सुविधाएं छोड़कर शहर की सभी दुकानें बंद है. स्कूलों में भी बंद का असर दिखा. कक्षा पहली से पांचवीं तक के बच्चों को छुट्टी दे दी गई है. बड़ी संख्या में कांग्रेसी रैली निकालकर लोगों से बंद को समर्थन करने की अपील कर रहे हैं.
क्या है लोहारडीह अग्निकांड: 14 सितंबर को कवर्धा के लोहारडीह में शिवप्रसाद साहू नाम के शख्स की लाश गांव से लगभग 10 किलोमीटर दूर मध्य प्रदेश के जंगल में पेड़ से लटकती हुई मिली. युवक की मौत की खबर जैसे ही गांव में फैली लोगों ने बवाल काटना शुरू कर दिया. लोगों ने गांव के पूर्व सरपंच रघुनाथ साहू पर हत्या का आरोप लगाते हुए मकान को घेर लिया. उसके बाद रघुनाथ साहू के परिवार के महिला, पुरुष और बच्चों से मारपीट करने लगे और घर को आग के हवाले कर दिया.
आगजनी की इस घटना में रघुनाथ साहू के घर में रखा सिलेंडर ब्लास्ट हो गया. जिसमें पूर्व सरपंच की मौत हो गई. गांव में स्थिति बिगड़ते देख पुलिस फोर्स को बुलाया गया. मामले में पुलिस 69 लोगों को गिरफ्तार किया और 160 पर केस दर्ज किया. गिरफ्तार 69 लोगों में विचाराधीन बंदी प्रशांत साहू की बुधवार को कस्टडी में मौत हो गई.