November 23, 2024

नवोदय गुरु : साइकिल की दुकान चलाने वाले ने दी कोचिंग, 48 बच्चे चयनित

राजनांदगांव।  छत्तीसगढ़ के एक छोटे से गाँव में सुपर-30 की तर्ज पर  एक शख्स बच्चों को मुफ्त में कोचिंग दे रहा है।  ये शख्स कोई प्रोफेसर या किसी स्कूल में टीचर नहीं है, बल्कि गांव में ही साइकिल की एक छोटी सी दुकान चलाता है।  ग्रामीण इसे नवोदय गुरु के नाम से पुकारने लगे हैं। दीनदयाल साहू ने खुद 12वीं क्लास तक ही पढ़ाई की है।  उनके पढ़ने का शौक और गांव के बच्चों को आगे बढ़ते देखने के सपने ने उन्हें कोचिंग देने के लिए प्रेरित किया।  इनके पढ़ाए गए बच्चों में से अब तक 48 बच्चे नवोदय स्कूल के लिए चयनित हो चुके हैं।  इस साल भी इनके पढ़ाए 13 बच्चों का चयन नवोदय विद्यालय के लिए हुआ है। 


आज के समय में हर माता-पिता अपने बच्चे के अच्छे भविष्य के लिए बड़े से बड़े कोचिंग सेंटरों में उनका एडमिशन कराते हैं और महंगी फीस देने के बाद भी कई बच्चों का सलेक्शन बेहतर शैक्षणिक संस्थान में नहीं हो पाता है। ऐसे में साइकिल की दुकान चलाने वाले एक व्यक्ति ने मिसाल कायम की है।  47 साल का दीनदयाल साहू पिछले 5-6 वर्षों से बच्चों को नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा पास करने के लिए उन्हें कोचिंग दे रहा है।  हैरत की बात तो ये है कि, दीनदयाल ने खुद ही 12वीं तक की पढ़ाई की है और इनके पढ़ाए 48 बच्चे नवोदय के लिए चयनित हो चुके हैं। 


डोंगरगढ़ से महज 12 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है मुसराकला गांव और इस गांव में दीनदयाल की साइकिल की एक दुकान है।  दीनदयाल बताते हैं कि 2013 में उनके बेटे ने नवोदय स्कूल में एडमिशन लेने की तैयारी शुरू की थी।  बेटे के चयनित होने के बाद उन्होंने अपनी बेटी और भांजी को इसकी तैयारी करानी शुरू की।  दोनों ही बच्चियों के सलेक्ट होने के बाद दीनदयाल ने और भी बच्चों को पढ़ाना शुरू किया।  इसके बाद से इनके पढ़ाए बच्चों का नवोदय में सलेक्शन होना शुरू हो गया।  दीनदयाल बताते हैं कि, परीक्षा फार्म भरने के बाद से ही क्लॉस शुरू हो जाती है।  रोज शाम 3 घंटे वे बच्चों को पढ़ाते हैं।  दीनदयाल बच्चों को स्टडी मटेरियल भी मुफ्त में देते हैं। 
दीनदयाल की ओर से दी जा रही कोचिंग की बात सुनकर आसपास के गांव के बच्चे भी उनके पास पढ़ने आते हैं।  इस साल नवोदय के एंट्रेस एग्जाम में दीनदयाल के पढ़ाए 13 बच्चे चयनित हुए हैं।  इसमें डोंगरगढ़ से पार्थ साहू, दिव्य कांत निषाद, पायल साहू ग्रामीण क्षेत्र से दीपिका साहू कन्हारगांव से सोहम वर्मा, सेमहरा से साकेत साहू, आमा टोला और अंबागढ़ चौकी से तनिष्का बिलावर,लाल, बहादुर नगर से मनीष साहू, ठेकुआ से यामिनी साहू सलटिकरी से आकृति वैष्णव पारागांव खुर्द से मोहनीश नंदेश्वर, आरबीरा से दीप्ति सिन्हा, जामड़ी दिव्या, आर्य मुसरा शामिल हैं। 


दीनदयाल साहू नवोदय प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे बच्चों से कोई मेहनताना नहीं लेते हैं, हालांकि पालक उन्हें सम्मानजनक मेहनताना देते हैं। एक बच्चे के परिजन ने बताया कि दीनदयाल के घर में बच्चों को पढ़ाई का बेहतर महौल मिलता है।  इसकी वजह से बच्चे मन लगाकर पढ़ाई कर पाते हैं। 

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