फिर बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम : छ्त्तीसगढ़ में 93.39 रुपये प्रति लीटर पहुंचा पेट्रोल, जानें क्या है ताजा रेट
रायपुर/नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ में पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम से लोग परेशान हैं. पिछले कुछ दिनों से लगातार दामों में बढ़ोतरी हो रही है. बढ़ती कीमतों ने आम लोगों के साथ नेताओं की भी नींद उड़ा दी है. छत्तीसगढ़ में आज पेट्रोल की कीमत में 37 से 41 पैसे की बढ़ोतरी हुई है. डीजल के दाम में 39-40 पैसे की बढ़ोतरी हुई है. राजधानी रायपुर में पेट्रोल की कीमत 89.04 रुपए/लीटर है. डीजल की कीमत 87.68 रुपए/लीटर हो गई है. बीजापुर में पेट्रोल 93.39 रुपए/लीटर और डीजल 85.66 रुपये प्रति लीटर है. पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम से लोग परेशान हैं.
शहर | पेट्रोल (प्रति लीटर) | डीजल (प्रति लीटर) |
रायपुर | 89.04 | 87.68 |
बिलासपुर | 89.50 | 88.15 |
दुर्ग | 89.30 | 87.95 |
कोरबा | 88.66 | 87.32 |
दंतेवाड़ा | 92.01 | 90.64 |
अंबिकापुर | 89.86 | 88.50 |
महासमुंद | 89.24 | 87.88 |
जांजगीर-चांपा | 89.10 | 87.75 |
बीजापुर | 93.39 | 85.66 |
कांकेर | 90.04 | 88.69 |
राजनांदगांव | 89.68 | 88.33 |
धमतरी | 89.55 | 88.19 |
जशपुर | 90.48 | 89.13 |
जगदलपुर | 91.35 | 89.99 |
कवर्धा | 89.84 | 88.48 |
रायगढ़ | 89.72 | 88.37 |
देश में पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं. आज 12वें दिन भी पेट्रोल के दाम में इजाफा हुआ. इसके बाद राजधानी दिल्ली में पेट्रो 39 पैसे और डीजल 37 पैसे प्रति लीटर महंगा हुआ है. दिल्ली में पेट्रोल के भाव 90.58 रुपये प्रतिलीटर और डीजल 80.97 रुपये प्रति लीटर हो गया है. बता दें कि शुक्रवार के दिन ही पेट्रोल 90 रुपये प्रतिलीटर की दर को पार कर गया था. लेकिन अब डीजल भी 80 रुपये प्रतिलीटर की सीमा को पार कर चुका है.
पेट्रोल डीजल के भाव बढ़ने के साथ ही रसोई गैस के दाम में भी वृद्धि देखने को मिल रही है. ऐसे में आम आदमी को तेल व गैस के बढ़ते दाम खूब परेशान कर रहे हैं. साथ ही उद्योग-धंधों से संबंधित कंपनियों पर भी इसका असर पड़ रहा है. क्योंकि तेल के दामों में वृद्धि होने से प्रोडक्शन खर्च बढ़ रहा है. जिसके बाद बाजार में सामान लोगों को थोड़े अधिक कीमतों पर उपलब्ध होंगे.
बता दें कि पिछले 12 दिनों से लगातार पेट्रोल-डीजल के भाव बढ़ रहे हैं. ऐसे में विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार पर लगातार निशाना साध रही हैं और महंगे तेल के खिलाफ सड़कों पर उतर चुकी हैं. खबरों के मुताबिक OPEC देश तेलों के निर्यात और उत्पादन को नियंत्रित कर रही हैं. लाखों बैरल तक पेट्रोल और डीजल का उत्पादन कम हो रहा है.