दो करोड़ के लिए रची अपनी ही हत्या की साजिश, खरीदा कोरोना मरीज का शव और जला दिया, जानिए कहानी
हिसार। हरियाणा के हिसार में जिस शख्स को अपराधियों द्वारा जिंदा जला देने की खबर आई थी, वो झूठी निकली. पुलिस का दावा है कि इस शख्स ने बीमा के 2 करोड़ रुपये हड़पने के लिए खुद की मौत का नाटक किया था, और एक कार में किसी को जला दिया. वारदात के 65 घंटे बाद शुक्रवार को 1300 किमी दूर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में राममेहर जिंदा मिला और पुलिस टीम उसे गिरफ्तार कर हांसी ले आई. जब उससे कड़ी पूछताछ की गई तो उसने जो खुद की मौत के ड्रामे का खुलासा किया जिसे सुनकर हर कोई चौंक गया.
7 अक्टूबर को हिसार के हांसी शहर से एक सनसनीखेज खबर आई. रिपोर्ट के मुताबिक यहां दो बदमाशों ने एक व्यापारी को कथित रूप से एक कार में जिंदा जला दिया.
पुलिस के मुताबिक कुछ बदमाश बाइक से कार का पीछा कर रहे थे. खतरे का आभास होते ही व्यापारी ने अपने परिजनों को फोन पर बताया कि कार में कुछ लोग उसका पीछा कर रहे हैं. इससे पहले कि परिजन और पुलिस मौके पर पहुंचते बदमाश कथित रूप से कार में आग लगा चुके थे. जब परिवार घटनास्थल पर पहुंचा तो कार और उसमें बैठा शख्स पूरी तरह से जल चुका था.
इस मामले में जिस व्यापारी की कथित रूप से मौत की बात सामने आई थी, उसका नाम राम मेहर था. इस शख्स की बरवाला में डिस्पोजल ग्लास की फैक्ट्री है. दावा किया गया कि वो मंगलवार देर रात अपनी कार से कहीं जा रहा था और उनके पास 11 लाख कैश भी था. उस वक्त दावा किया गया कि बदमाशों ने व्यापारी से 11 लाख रुपये लूट लिए और उसे कार समेत जला दिया.
तब उपलब्ध सूचना के आधार पर हिसार के सदर थाना प्रभारी ने कहा था कि व्यापारी जा रहा था. उस वक्त महजत के पास दो बाइक सवारों ने कार को घेर लिया और कार रोककर पैसे लूटने के बाद कार को आग लगा दी.
हिसार पुलिस जब इस मामले की जांच करने लगी, तो उन्हें मामले में गड़बड़ी नजर आई. जांच के दौरान पुलिस तब हैरान रह गई जब पुलिस ने इस शख्स को छत्तीसगढ़ में जिंदा पकड़कर गिरफ्तार कर लिया. पुलिस का दावा है कि इस शख्स ने बीमा के 2 करोड़ रुपये हड़पने के लिए खुद की मौत की साजिश रची.
पुलिस के मुताबिक व्यापारी के परिवार ने दावा किया था कि उसका अपहरण कर लिया गया था और उसके साथ लूटपाट की घटना हुई थी, लेकिन पुलिस जब क्राइम सीन पर पहुंची तो यहां से साजिश से पर्दा उठता चला गया.
एसपी लोकेन्दर सिंह ने कहा कि जांच के दौरान पता चला है कि उसके नाम पर करोड़ों का इंश्योरेंस था. राममेहर की मौत के बाद ये रकम उसके परिवार को मिलने वाली थी.
इसके अलावा जांच में यह भी सामने आया कि उसका बिजनेस अच्छा नहीं चल रहा था कि और उसके ऊपर कुछ कर्ज था. अब पुलिस जांच कर रही है कि कार में जो शख्स जला मिला, वह शख्स कौन था? पुलिस को आशंका है कि लूट और हत्या का ड्रामा रचने के लिए कारोबारी ने रोहतक से करीब डेढ़ लाख रुपए में कोरोना मरीज का शव खरीदा था और इसे ड्राइवर की बगल वाली सीट पर रखकर कार में केमिकल छिड़ककर आग लगा दी.हालांकि, शव खरीदने के दावे की अभी पुलिस ने पुष्टि नहीं की है.