रडार मशीन ने पकड़ी मौत की रफ्तार वाली कार, पुलिस ने काटा चालान
रायपुर। रायपुर-बिलासपुर नेशनल हाईवे पर हवा की रफ्तार से मौत बनकर लग्जरी कारें दौड़ रही हैं। सड़क पर वाहनों की निर्धारित रफ्तार से दोगुनी रफ्तार में लग्जरी कारें दौड़ने से न सिर्फ कार सवारों, बल्कि सड़कों पर पैदल व वाहनों से गुजरने वालों पर हमेशा खतरा मंडराता रहता है। धरसींवा नेशनल हाईवे पर स्पीड रॉडार गन लगाकर ट्रैफिक पुलिस ने जांच की। इस दौरान लग्जरी कारों की 113 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार कैमरे में कैद हुई। यही नहीं, लग्जरी कारों को हवा की रफ्तार में दौड़ाने वाले कार चालक भी बगैर सीट बेल्ट लगाए ड्राइविंग करते पकड़े गए। पुलिस ने कारों को रोका और उनके खिलाफ चालानी कार्रवाई की।
भनपुरी ट्रैफिक थाना के प्रभारी अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि 10 ओवरस्पीड पकड़े गए धरसींवा स्थित हाईवे पर शनिवार को स्पीड रॉडार गन लगाकर वाहनों की गति मापी गई। इस दौरान 10 ओवरस्पीड और 8 वाहन चालक बगैर सीट बेल्ट के मिले। उनसे जुर्माना वसूला गया।
अफसरों के मुताबिक वाहनों की रफ्तार मापने में स्पीड राडार गन का उपयाेग किया जाता है। इससे मशीन के पास से 500 मीटर की दूरी पर चल रहे वाहनों की सटीक रफ्तार मापी जाती है। मशीन की स्क्रीन पर वाहन, उसकी रफ्तार, सड़क पर चलने की निर्धारित रफ्तार समेत अन्य डिटेल दिखने लगती है। इसकी मदद से तेज रफ्तार वाहनों को पकड़ा जाता है। अफसरों के मुताबिक माेटर व्हीकल एक्ट के तहत शासन की निर्धारित स्पीड से अधिक रफ्तार में वाहन चलाने पर 500 रुपए जुर्माने का प्रावधान है। वहीं, बगैर सीट बेल्ट के वाहन चलाने पर 200 रुपए जुर्माने का प्रावधान है।
अफसरों के मुताबिक रायपुर शहर में वाहनों की रफ्तार अधिकतम 30 से 40 किमी प्रति घंटा निर्धारित है। वहीं नगर निगम सीमा क्षेत्र में स्थित हाईवे की सड़कों पर वाहनों की 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार निर्धारित है। इस एरिया के बाद 70 से 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से वाहन चल सकते हैं।
इतनी रफ्तार में मिलीं कारें अफसरों के मुताबिक शनिवार को धरसींवा स्थित रायपुर-बिलासपुर नेशनल हाईवे पर लेजर स्पीड रॉडार गन लगाकर सुबह 11 से 3 बजे तक वाहनों की रफ्तार की जांच की गई। इस दौरान कई ऐसी लग्जरी कारें मिलीं, जिनकी रफ्तार 113, 110 और 108 किमी प्रति घंटे की थी। ट्रैफिक पुलिस ने उन वाहनों को रोककर चालानी कार्रवाई की।