रायपुर मेडिकल कॉलेज में रैगिंग, सीनियर्स ने छात्रों को पीटा, सिर मुंडवाए! लड़कियों की मांगी फोटो
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के मेडिकल कॉलेज में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. सीनियर एमबीबीएस छात्रों ने जूनियर छात्रों के साथ अमानवीय तरीके से रैगिंग की। पीड़ित छात्रों का आरोप है कि उनके साथ मारपीट की गई और जबरन उनके सिर मुंडवा दिए गए. इतना ही नहीं वॉट्सऐप ग्रुप बनाकर जूनियर छात्राओं की फोटो मांगी जा रही थी. छात्रों ने हॉस्टल में परेशान किए जाने की शिकायत की. इस मामले में एंटी रैगिंग सेल ने दो आरोपी छात्रों को 10 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया है।
रायपुर शासकीय मेडिकल कॉलेज में रैगिंग मामले पर एंटी रैगिंग टीम ने एक्शन लिया है.पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर के MBBS के दो सीनियर स्टूडेंट को सस्पेंड कर दिया गया. सस्पेंड किए गए सीनियर्स ने MBBS फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट की रैगिंग ली थी.
क्लास अटेंड करने पर लगी रोक
इन पर सामूहिक रूप से बाल मुंडवाने का आरोप लगा था. हॉस्टल में सीनियर द्वारा प्रताड़ित करने का भी आरोप लगा था. रैगिंग मामले की शिकायत सही पाए जाने पर दो सीनियर छात्रों को 10 दिन के लिए सस्पेंड किया गया.ये कार्रवाई बीते चार नवंबर की गई थी. रैगिंग का शिकार हुए छात्रों ने मेडिकल कॉलेज के एंटी रैगिंग हेल्पलाइन पर शिकायत की थी. जांच पूरी होने के बाद एमबीबीएस ऐडमिशन बैच 2023 के स्टूडेंट को सस्पेंड कर दिया. 10 दिन के लिए दो छात्रों पर क्लास अटेंड करने व क्लिनिक पोस्टिंग में शामिल होने से रोक लगा दी गई.
रायपुर मेडिकल कॉलेज में रैगिंग
दरअसल, नया शैक्षणिक सत्र शुरू हुए करीब 20 दिन हो चुके हैं, जब प्रथम वर्ष के छात्रों ने प्रवेश लिया. इस बीच द्वितीय वर्ष के छात्रों द्वारा कुछ विवादास्पद मांगें उठाई गईं, जैसे लड़कियों से उनकी फोटो मांगना, सभी छात्रों को अपने बाल पूरी तरह से मुंडवाने की सलाह देना, कॉलेज परिसर में फिट कपड़े न पहनना, सामान्य बैग का उपयोग करना और स्टाइलिश जूते न पहनना।
2 छात्रों को 10 दिनों के लिए सस्पेंड
छात्रों ने हॉस्टल में छेड़छाड़ की भी शिकायत की थी, जिसके बाद कॉलेज प्रशासन ने मामले की जांच एंटी रैगिंग सेल से कराई थी. इस मामले में आरोपी छात्र अंशु जोशी और दीपराज वर्मा को 10 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया है. बता दें कि इससे पहले साल 2015 में रायपुर मेडिकल कॉलेज में ही इस तरह की घटना सामने आई थी. जिसमें फ्रेशर पार्टी पर रोक के बावजूद छात्रों को क्लास में बुलाकर इस बारे में चर्चा की गई थी. इस आधार पर 86 छात्रों को एक महीने के लिए सस्पेंड किया गया था. इसके अलावा डेंटल कॉलेज में भी 2022 में रैगिंग का मामला सामने आया था.