रिकॉर्ड : सरकार ने खरीदा 84.44 लाख मीट्रिक टन धान, सबसे अधिक धान जांजगीर-चांपा जिले में खरीदा गया
रायपुर। छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का रिकॉर्ड टूटा है। सरकारी खरीदी केंद्रों ने आज 84.44 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का आंकड़ा छू लिया। यह खरीदी पिछले डेढ़ महीनों में प्रदेश के 19 लाख 54 हजार 332 किसानों से की गई है। सरकारी केंद्रों पर धान की खरीदी अभी 31 जनवरी तक होनी है। पिछले खरीफ सीजन में कुल 83.94 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा गया था।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया, एक दिसम्बर से शुरू हुई धान की खरीदी में सबसे अधिक धान जांजगीर चांपा जिले में खरीदा गया है। यहां किसानों ने 7 लाख 71 हजार 608 मीट्रिक टन धान बेचा है। उसके बाद राजनांदगांव जिले में 7 लाख 3 हजार 423 मीट्रिक टन धान बिका है।
महासमुंद जिले में 6 लाख 38 हजार190 मीट्रिक टन धान खरीदा गया। वहीं बलौदाबाजार जिले में 6 लाख 4 हजार 191 मीट्रिक टन और बेमेतरा जिले में 5 लाख 70 हजार 736 मीट्रिक टन धान खरीदा गया है। रायपुर जिले में अभी तक 4 लाख 68 हजार 276 मीट्रिक टन धान खरीदी हुई है।
छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान की सरकारी खरीदी 2003-04 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अजीत जोगी के समय शुरू हुई थी। उस वर्ष सरकार ने कुल 27.05 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा खरीदा था। अगले वर्ष 28.87 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा गया। उसके बाद धान का उत्पादन और खरीदी की मात्रा में इजाफा हुआ है।
अधिकारियों का कहना है कि इस रिकॉर्ड खरीदी पर राज्य सरकार की राजीव गांधी किसान न्याय योजना का भी असर है। चालू वित्तीय वर्ष में राज्य के 19 लाख किसानों को 5 हजार 750 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। इस साल 27.90 लाख हेक्टेयर जमीन में धान का पंजीयन हुआ था। यह पिछले वर्ष की तुलना में 1.04 लाख हेक्टेयर अधिक है। इस बार 21.48 लाख किसानों ने धान बेचने के लिए अपना पंजीयन कराया है।