फिलहाल 26 जनवरी तक नहीं खुलेंगे स्कूल : परीक्षाएं हो सकती हैं ऑन लाइन, ज़ीरो ईयर की भी आशंका
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर डरा दिया है। सूबे में लगातार बढ़ते आंकड़ों और मौतों की वजहों से प्रदेश में अब स्थानीय कक्षाओं पर ज़ीरो ईयर का खतरा मंडराने लगा हैं। संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों के चलते स्कूल 26 जनवरी के बाद ही खाेले जाने की खबर है। हालांकि इस बाबत अब तक कोई अधिकारिक आदेश जारी नहीं हुआ है।
सूबे में फिलहाल पढ़ाई ऑनलाइन क्लासेज से ही हो रही है और शायद आगे भी होगी। 26 जनवरी के बाद भी उस समय की परिस्थिति के मुताबिक निर्णय होगा। स्थानीय परीक्षाओं को लेकर सरकार ज़ीरों ईयर का बड़ा निर्णय ले सकती हैं। हो सकता है कि इस बार बोर्ड और महाविद्यालयीन परीक्षाएं भी ऑनलाइन हों।
केन्द्र ने नई गाइडलाइन जारी करते हुए स्कूल के साथ अन्य चीजों को खोलने के लिए राज्य सरकारों को अनुमति दे दी है, लेकिन जिस तरह दिल्ली सहित कई राज्यों में स्कूल खोलने के बाद बच्चे बीमार होते गए और फिर वहां की राज्य सरकारों को स्कूल बंद करने का फैसला लेना पड़ा, उसे देखते हुए अब ज्यादातर राज्यों ने भी स्कूल नहीं खोलने का फैसला किया है। सरकार के प्रवक्ता रविंद्र चौबे और स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम ने फिलहाल स्कूल खोलने की किसी भी तरह की संभावना से इंकार कर दिया है। हालांकि कैबिनेट की बैठक में स्कूलों को लेकर किसी भी फैसले पर मुहर लगेगी।
बता दें की प्रदेश में रविवार को कोरोना के 1748 नए संक्रमित मिले हैं। इस बीच 13 मरीजों की मौत हो गई। वहीं राजधानी में 40 दिन बाद 323 केस मिले। इससे पहले 13 अक्टूबर को 339 मरीज मिले थे। स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग का अमला अलर्ट हो गया है। बाज़ारों और सड़कों पर बेतहाशा भीड़ ने शासन प्रशासन को दुबारा बड़े निर्णय लेने के लिए सोचने को मजबूर कर दिया हैं।