November 16, 2024

CG : रिजल्ट से पहले छात्रों को आ रहे फेक कॉल, इस तरह करिए असली-नकली की पहचान…

रायपुर । छत्तीसगढ़ में मार्च महीने के दौरान 10वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम विद्यार्थियों ने दिए हैं. वहीं, एग्जाम समाप्त होने के बाद उत्तर पुस्तिका की कॉपियां जांच शुरू हो गई है. इसका रिजल्ट 10 मई तक आने की संभावना जताई जा रही है. आपको बता दें कि ठग और जालसाजों ने अब नया तरीका निकाला है. अब स्कूली बच्चों और उनके पालकों को टारगेट करना शुरू कर दिया है और बोर्ड परीक्षा में शामिल हुए विद्यार्थियों और उनके पालकों के मोबाइल पर फोन कर डराया जा रहा है कि उनका पेपर बिगड़ गया है. बच्चे दो विषय में फेल हो जाएंगे. अगर आपके पेपर को सुधरवाना है, तो उसके लिए अलग-अलग व्यक्ति से 08 से 10 हजार रुपए तक की डिमांड की जा रही है।

ठग विद्यार्थियों के पेरेंट्स को कॉल करते हैं. उसके ऑडियो रिकॉर्डिंग के अनुसार सामने वाला बोलता है. मैं माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड ऑफिस से बोल रहा हूं, आपके बेटे का नाम ये है, उसने इस सेंटर से परीक्षा दी है. उसका रोल नंबर बताता है. वह दो विषयों संस्कृत व मैथ्स में फेल हो गया है. यहां तक कि ठग जो जानकारी कॉल में बताता है (नाम, रोल नंबर, जन्मतिथि, एग्जाम सेंटर) वो सभी सही बताता है. आगे बोलता है, यदि आप बच्चे को पास कराना चाहते हैं, तो आपको खर्च देना होगा. मेरे पास पेपर नेट में अपलोड करने के लिए आया है. आपके बच्चे को फर्स्ट डिवीजन पास करने के लिए 8 हजार और सेकंड डिवीजन पास करने के लिए पांच हजार रुपए लगेंगे. हमारे पास केवल 45 मिनट है. उतने समय में ही आपको पूरा पेमेंट देना होगा. कुछ इस तरह के फोन जांजगीर चांपा जिले के 10वीं और 12वीं की परीक्षा दिलाए विद्यार्थियों के घरों के नंबर पर आ रहे हैं. इस संबंध में जिला पुलिस ने ऐसे फर्जी कॉल से सावधान रहने और किसी भी प्रकार के पैसा नहीं देने की अपील की है।

जिले में पुलिस ने जारी किया अलर्ट
जांजगीर चांपा पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वर्तमान के छत्तीसगढ़ राज्य में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा संपन्न हुई है. उसमे कुछ विद्यार्थी के पालकों के पास फर्जी अनजान नंबरों से कॉल आ रहा है कि आपका बच्चा इस विषय में फेल हो गया है और उसे पास कराया जा सकता है. इसके लिए प्रलोभनदिया जा रहा है. पुलिस अधीक्षक ने अपील की है कि इस तरह के सभी प्रकार के कॉल से सावधान रहे और उसमे किसी भी तरह से पैसा न दे और न ही कोई ओटीपी बताएं, और किसी भी प्रकार के लिंक को ओपन न करे. इस तरह के सभी कॉल फ्रॉड है. अगर ऐसी कॉल आती है तो तुरंत जिले के नजदीकी पुलिस थाना या साइबर सेल को सूचना दे. ताकि उनके खिलाफ कार्रवाई किया जा सके।

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