November 23, 2024

हिंदू युवा वाहिनी का नेता बना रहा था एसिड-लीद से नकली मसाले, कहीं आपने भी तो नहीं खा लिए!

हाथरस। ऐसे बहुत लोग हैं जो खाने में इस्तेमाल होने वाले मसालों को बाज़ार से खरीदते हैं. घर में स्वादिष्ट खाना बनाने और खाने की चाहत रखते हैं. ऐसा करते भी हैं. आपको शायद ही एक बार में यकीन न हो कि बाज़ार में बिकने वाले कई मसाले ऐसे हैं, जो इतने मिलावटी (Food Adulteration) हैं कि मूड खराब होने के साथ ही तबियत भी खराब हो जाये. कुछ ऐसा ही यूपी के हाथरस में हो रहा था. यहाँ पुलिस ने गधे की लीद से मसाले बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. 

हाथरस पुलिस (Hathras Police) ने गधे की लीद और एसिड का इस्तेमाल कर स्थानीय ब्रांडों के मसाले बनाने वाली एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. यह कारखाना नवीपुर इलाके में स्थित थी. पुलिस ने छापा मारते हुए फैक्ट्री के मालिक अनूप वार्ष्णेय को अरेस्ट कर लिया है. अनूप हिंदू युवा वाहिनी (Hindu Yuva Wahini) का पदाधिकारी भी है.

इस फैक्ट्री में गधे की लीद और एसिड से धनिया पाउडर (Coriander Powder), लाल मिर्च पाउडर (Red Chilly Powder), गरम मसाला (Garam Masala) आदि खाद्य मसाले बनाते थे. ये सभी मसाले बरामद भी किये गये हैं. नकली मसाले तैयार करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कई हानिकारक तत्व पाए गए, जिनमें गधे की लीद, भूसा, अखाद्य रंग और एसिड से भरे ड्रम शामिल थे.

संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने कहा- हमने कुछ स्थानीय ब्रांडों के नाम पर पैक किए जा रहे 300 किलोग्राम से अधिक नकली मसाले जब्त किए हैं.” उन्होंने कहा कि 27 से अधिक नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं और लैब रिपोर्ट आने के बाद खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. फैक्ट्री मालिक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

मीणा ने संवाददाताओं को बताया कि अनूप वार्ष्णेय उस स्थान पर मसाला कारखाने के संचालन के लिए लाइसेंस दिखाने में नाकाम रहा जहां इसे चलाया जा रहा था. वह उन ब्रांडों के लाइसेंस भी नहीं दिखा सका, जिन्हें पैक किया जा रहा था. यह भी जांचा जा रहा है कि कहीं मसाले बनाने के लिए यूनिट में तैयार की गई सामग्री शहर की अन्य इकाइयों को भी तो नहीं दी गई.

error: Content is protected !!
Exit mobile version