फिर लागू होगा कोरोना प्रोटोकॉल? स्वास्थ्य मंत्रालय की नई गाइडलाइंस जारी, कोविड जैसी होगी इन्फ्लूएंजा की निगरानी
नईदिल्ली। कोविड-19 और H3N2 इन्फ्लूएंजा के बढ़ते मामलों के बीच सभी की निगाहें केंद्र सरकार पर टिकी हैं। स्थिति का जायजा लेने के लिए केंद्र सरकार आज सोमवार को एक अहम बैठक करने वाली है। बताया जा रहा है कि वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सरकार लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनने और हाइजीन का ध्यान रखने की सलाह दे सकती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर सोमवार को जारी आकड़ों के अनुसार, देशभर में एक दिन में 1070 नए कोरोना मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही इसकी वजह से 4 लोगों ने दम तोड़ दिया। वहीं, सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 6,350 हो गई है। बता दें कि देश में पिछले कुछ महीनों के दौरान कोविड-19 मामलों की संख्या में लगातार गिरावट देखी जा रही थी। हालांकि, पिछले कुछ हफ्तों में वायरस के मामलों में बढ़ोतरी खासकर देश के कुछ हिस्सों में देखी गई है।
क्या भारत में प्रतिबंध वापस आएंगे?
डेली पॉजिटिविटी रेट 2.08 प्रतिशत जबकि साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 0.86 प्रतिशत है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने देश भर में पिछले सप्ताह में मामलों की बढ़ोतरी के मद्देनजर कल रविवार को कोविड-19 के लिए संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए।
नई गाइडलाइंस में कहा गया कि एंटीबायोटिक्स का उपयोग तब तक नहीं किया जाना चाहिए जब तक कि बैक्टीरियल इन्फेक्शन का क्लीनिकल संदेह न हो।
नई गाइडलाइंस में कहा गया कि इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि कोरोना के साथ-साथ कोई अन्य वायरल इन्फेक्शन ना हुआ हो। हल्की बीमारी पर सिस्टमिक और कॉर्टिको स्टेरॉयड ना लें।
नए दिशा-निर्देशों के अनुसार, “शारीरिक दूरी, इनडोर मास्क का उपयोग, हाथ की स्वच्छता, शरीर के तापमान और ऑक्सीजन लेवल की निगरानी करनी होगी।
सांस लेने में कठिनाई, बुखार, खांसी 5 दिनों से अधिक समय तक रहने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें।
गंभीर लक्षण या ज्यादा बुखार होने पर पांच दिनों कर रेमेडिसविर (पहले दिन 200 मिलीग्राम IV और उसके बाद अगले 4 दिनों के लिए 100 मिलीग्राम IV OD) देने पर विचार कर सकते हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने इससे पहले गुरुवार को महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक की राज्य सरकारों को परीक्षण, ट्रैक, उपचार और टीकाकरण की रणनीति का पालन करने के लिए पत्र लिखा था, क्योंकि इन राज्यों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है।