पुलिस का दावा है कि दोनों ने नक्सली संगठन में रहते हुए शादी कर ली थी. 2006 में दोनों नक्सली संगठन में शामिल हुए थे। संगठन से मोह भंग होने और छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर दोनों ने आत्मसमर्पण किया. आंधप्रदेश के नक्सलियों द्वारा छत्तसीगढ़ के नक्सलियों पर अत्याचार और भेदभाव करने की बात सरेंडर करनें वाले नक्सली गैंदसिंह कोवाची ने कही है।
एएसपी नक्सल ऑपरेशन जीएन बघेल का कहना है कि राजनांदगाव पुलिस द्वारा नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान में एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है. नक्सली दंपति ने शनिवार को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. उनका का कहना है कि छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति और लगातार जंगल में पुलिस द्वारा सर्चिंग और नक्सलियों पर दबाव बनाया जा रहा है. इसके चलते अब नक्सली क्षेत्र से उखड़ने लगे हैं. नक्सली या तो राजनांदगांव की सीमा से भाग रहे है या आत्मसमर्पण कर रहे है।