बैंक में 22 कैरेट सोना गिरवी रखा, लॉकर से निकला तो चांदी में बदल गया, पूरा मामला उड़ा देगा आपके होश
मैहर। मध्य प्रदेश के मैहर जिले के अमरपाटन के मध्यांचल ग्रामीण बैंक में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. बैंक ने सोने को 22 कैरेट की रिपोर्ट के आधार पर बैंक ने गिरवी रखते हुए बदले में 71-71 हजार रुपए के दो लोन स्वीकृत किए, वहीं सोना अब चांदी की चूड़ियों में तब्दील हो गया. फिलहाल बैंक और लोन लेने वाले ग्राहक के बीच विवाद की स्थिति है. इस मामले में बैंक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की है. मामला मध्यांचल ग्रामीण बैंक (एमजीबी) अमरपाटन में 27 अप्रैल 2023 को गिरवी रखी गई सोने की दो चूड़ियों का है.
जानकारी के अनुसार 27 अप्रैल को लछुआ पिता अगुआ चौधरी निवासी करौंदी दुवे,नादन के नाम पर गोल्ड गिरवी रखा गया. मेसर्स बद्री विशाल ज्वेलर्स ने अपनी रिपोर्ट में सोने की शुद्धता रिपोर्ट दी. जिसमें 22 कैरेट की प्रमाणिकता दी गई. इसके आधार पर उन दिनों के बाजार रेट से 20 ग्राम सोने की दो चूडिय़ों की कीमत 94734 रुपए आंकलित की गई. इसके बाद उसे कुल 71 हजार रुपए का लोन स्वीकृत किया गया. इसी प्रकार दूसरी जोड़ी में भी पैसा दिया गया. एक साल की अवधि पूरी होने पर बैंक ने लछुआ के पास नोटिस भेजा मगर, वह पैसा लौटाने को तैयार नहीं हुआ.
विधिवत जांच रिपोर्ट के आधार पर बैंक ने सोना गिरवी रखा और जब ग्राहक ने मुक्त नहीं कराया तो बैंक ने सेल करने के लिए सोनी के पास भेजा. लेकिन सोनी ने यह कहते हुए इंकार कर दिया कि सोना नकली है. चांदी की चूड़ियों में सोने की परत चढ़ाई गई है.
अब सवाल उठता है कि जिसे 22 कैरेट की रिपोर्ट पर गिरवी रखा गया था वह लॉकर में रखने के बाद बदल कैसे गया? क्या बैंक के अंदर कुछ खेल हुआ? क्या पूर्व में रिपोर्ट को सेटिंग कर तैयार करा दिया गया, या फिर जिस सोनी के पास बैंक ने बेचने के लिए भेजा उसने कोई गेम कर दिया? फिलहाल अब पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है.
बैंक मैनेजर सुमित कुमार ने बताया कि जब गिरवी रखे गए सोने की जांच कराई गई तो उसमें चांदी के ऊपर सोने का पानी चढ़ाए जाने की बात प्रमाणित हुई. लिहाजा इस मामले की अग्रिम कार्रवाई के लिए अमरपाटन थाना पुलिस को आवेदन दिया गया है. अमरपाटन थाना पुलिस अब इस मामले में जांच पड़ताल कर संबंधितों पर शिकंजा कसने की तैयारी में है. बताया जाता है कि लछुआ और सूरज सोनी को पुलिस ने तलब कर लिया था. हालांकि अभी तक यह बात पता नहीं चल सकी कि सोना नकली कैसे हुआ?
बैंक मैनेजर के आवेदन के बाद अब अमरपाटन थाना की पुलिस प्रकरण की जांच में जुट गई है. थाना प्रभारी केपी त्रिपाठी ने बताया कि दोनों पक्षों से इस बारे में जानकारी ली जा रही है. चूंकि बैंक ने रिपोर्ट के आधार पर लोन दिया गया था. ऐसे में जांच का बिंदु यह है कि सोना बदला कैसे? बहरहाल सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।