November 16, 2024

बलौदाबाजार हिंसक प्रदर्शन : कलेक्टर-एसपी को हटाया, 120 से अधिक गिरफ्तारी…, हिंसा मामले में एक्शन तेज; साजिश के मिले संकेत…

बलौदा बाजार। छत्तीसगढ़ सरकार ने बलौदा बाजार हिंसा मामले में कार्रवाई तेज कर दी है। हिंसा के बाद सरकार ने कलेक्टर और एसपी को आधी रात को हटा दिया है। साथ ही हिंसा में शामिल लोगों पर सरकार ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। अभी तक पुलिस ने 120 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। इन पर कलेक्टर और एसपी ऑफिस में आग लगाने का आरोप है। साथ ही सार्वजनिक और निजी वाहनों में आग लगाई है। सतनामी समाज का कहना है कि हिंसा असामाजिक तत्वों ने किया है। वहीं, बलौद बाजार हिंसा में 40 से ज़्यादा पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं

ये होंगे नए कलेक्टर और एसपी

बलौदा बाजार हिंसा के बाद कलेक्टर और एसपी को हटा दिया गया है। अब आईएएस अधिकारी दीपक सोनी बलौदा बाजार के नए कलेक्टर होंगे। वहीं, सदानंद कुमार की जगह विजय अग्रवाल वहां के नए एसपी होंगे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय खुद ही सारी चीजों को मॉनिटर कर रहे हैं। साजिश की बू को भी बेनकाब करने के निर्देश दिए हैं।

बलौदा बाजार में लागू है धारा 144

पुलिस का दावा है कि उपद्रवी भीड़ पेट्रोल-डीज़ल, पत्थर और लाठियों से लैस होकर आई थी। सोमवार देर रात बलौदा बाज़ार जिले में धारा 144 लागू कर दी गई, जब कलेक्ट्रेट परिसर में खड़ी 100 से ज़्यादा बाइक और कारों में तोड़फोड़ की गई और उन्हें जला दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने दो दमकल गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया। आगजनी, हिंसा और तोड़फोड़ की घटना करीब दो घंटे तक हुई है। उपद्रव की शुरुआत तब हुई, जब सतनामी समुदाय के लोग गिरौधपुरी के पास अपने धार्मिक प्रतीक जैतखाम की तोड़फोड़ की सीबीआई जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। उन्हें जिला कलेक्टर के कार्यालय में बैरिकेड्स का सामना करना पड़ा।

पेट्रोल बम छिपाकर लाए थे प्रदर्शनकारी

मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने कपड़ों के नीचे पेट्रोल बम छिपाकर रखे थे, जिन्हें उन्होंने अचानक फेंकना शुरू कर दिया। उन्होंने पुलिसकर्मियों को धक्का दिया, बैरिकेड तोड़ दिए और कलेक्ट्रेट परिसर में घुसकर अपने रास्ते में आने वाली हर चीज को तोड़ डाला।

सीएम ने शांति की अपील की

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोमवार रात नागरिकों से सामाजिक सद्भाव और शांति बनाए रखने की अपील की थी। अधिकारियों को कानून-व्यवस्था बिगाड़ने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा और खाद्य मंत्री दयालदास बघेल के साथ तड़के घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि यह दुखद है कि इतने गरीबों के वाहन जला दिए गए, हजारों लोगों की जमीनों की फाइलें जला दी गईं और कलेक्ट्रेट और एसपी भवन का पूरा ढांचा जल गया।

प्लानिंग के तहत हिंसा

डेप्युटी सीएम शर्मा ने कहा कि सतनामी समुदाय अपने धार्मिक स्तंभ ‘जैतखाम’ के अपमान का विरोध कर रहा था। हमने मामले में न्यायिक जांच के आदेश दिए थे और समुदाय के प्रतिनिधियों ने मुझसे कहा कि वे जांच के आदेश के लिए आभार व्यक्त करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वे संतुष्ट हैं और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस मामले में समुदाय के सदस्य नहीं बल्कि असामाजिक तत्व शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह एक पूर्व नियोजित साजिश थी।

पास के जिलों को भी किया गया अलर्ट

वहीं, बलौदा बाजार पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लिए पड़ोसी जिला प्रशासन और एसपी के संपर्क में है। खुफिया विफलता के आरोपों के बीच शर्मा ने कहा कि समुदाय के सदस्यों को किसी बाहरी ताकत द्वारा उकसाया गया था। उन्होंने कहा कि काम फिर से शुरू करना और कार्यालयों का पुनर्निर्माण करना चिंता का विषय है। मंत्री टंक राम वर्मा ने कहा कि चूंकि भीड़ के पास हमला करने के लिए लाठी, पत्थर और ईंधन था, इसलिए ऐसा लगता है कि वे असामाजिक तत्वों द्वारा संचालित थे और अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।

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