November 16, 2024

बलौदाबाजार हिंसक प्रदर्शन : पूर्व मंत्री रुद्र गुरू गिरफ्तारी देने पहुंचे SSP दफ्तर, कहा- बीजेपी के मंत्री मांगे माफी, नहीं तो करूंगा मानहानि का दावा…

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसक प्रदर्शन का बखेड़ा भले ही पुलिस-प्रशासन की सख्ती के बाद शांत होता दिख रहा हो, लेकिन इस मामले में अब राजनीतिक अखाड़ेबाजी शुरू हो गयी है। पूर्व मंत्री व सतनामी समाज के गुरु रुद्र कुमार अब अपनी गिरफ्तारी देने के लिए SSP कार्यालय पहुंच गये हैं। दरअसल मंगलवार की शाम भाजपा सरकार के तीन मंत्री दयालदास बघेल, टंकराम वर्मा और श्याम बिहारी जायसवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर हिंसा को साजिश का हिस्सा बताया था।

बलौदाबाजार में हुई घटना के बाद प्रदेश के 3 मंत्रियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि सतनामी समाज के धर्म गुरु और पूर्व मंत्री गुरु रुद्र कुमार पर भीड़ को भड़काया था। जिसकी वजह से ही भीड़ आक्रोशित हो गयी और तोड़फोड़ शुरू कर दिया। मंत्रियों के आरोप के बाद धर्म गुरु रुद्र कुमार रायपुर एसपी दफ्तर अपनी गिरफ्तारी देने पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि मामले की जांच होना चाहिए, जो भी घटना हुई है वह ठीक नहीं है। इस मामले की जांच होना चाहिये। उनके खिलाफ आरोप लगाया गया है, इसलिए वो अपनी गिरफ्तारी के लिए आये हुए हैं।

पूर्व मंत्री गुरु रूद्र ने तीन मंत्रियों के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करने की बात भी कही है. उन्होंने बताया कि तीन-तीन मंत्रियों ने मुझ पर षड्यंत्र करने का आरोप लगाया है, इसलिए मैं खुद गिरफ्तारी देने आया हूं. गिरोधपुरी में हमारे समाज के सबसे बड़े तीर्थ स्थल में जैत खाम को तोड़ा जाता है. इस मामले पर झूठी गिरफ्तारी की जाती है. हम पूरे मामले पर CBI जांच की मांग कर रहे थे. राज्य से लेकर केंद्र तक में उनकी सरकार है. लेकिन फिर भी मामले पर ढिलाई बरती गई है. जिसकी वजह से हिंसा भड़की.

सरकार सिर्फ़ राजनीति कर रही है – पूर्व मंत्री गुरु रूद्र
पूर्व मंत्री गुरु रूद्र ने कहा- हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने पहुंचे हुए थे. हमारा समाज परम पूज्य गुरु घासीदास जी का अनुयायी है. हम सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते है. हमारे समाज के द्वारा एसी निंदनीय घटना नहीं की जा सकती है. यही सब जांच का विषय है. इस घटना में असामाजिक तत्वों की संलिप्तता रही. लेकिन सरकार जांच न कर सिर्फ़ राजनीति कर रही है. दोषियों को पकड़ना छोड़ हमारे ऊपर षड्यंत्र का आरोप लगा रहे है. न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश में जहां भी मेरा समाज मुझे याद करेगा मैं जरुर उस जगह पर जाऊंगा. मैंने वहां भाषण दिया, फिर भी मेरे ऊपर इतना घिनौना आरोप लगाया गया है. जिससे पूरा समाज आहत. हमारी मांग है की तीनों मंत्री हमसे माफ़ी मांगे नहीं तो मानहानि का दावा करूंगा और जब तक मेरी गिरफ्तारी नहीं कर ली जाती है. तब तक एसपी कार्यालय में बैठे रहूंगा.

मंगलवार की शाम हुई प्रेस कांफ्रेंस में सरकार ने कांग्रेस की राजनीतिक साजिश बताया और आरोप लगाया था कि कांग्रेस के विधायकों, पूर्व मंत्रियों और नेताओं ने लोगों को भड़काने का काम किया। साथ ही हिंसा करने वालों से नुकसान की वसूली की बात कही थी।मामले में एक्शन लेते हुए राज्य सरकार ने जिले के कलेक्टर और SP को हटा दिया गया है।

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