BJP सांसद ने पुलिस को पीटा!: आधी रात चौकी में भारी हंगामा, प्रभारी को जिंदा जलाने की धमकी; FIR दर्ज
कन्नौज। उत्तर प्रदेश के कन्नौज में समर्थकों समेत चौकी का घेराव करने और पुलिसकर्मियों से मारपीट करने पर भाजपा सांसद सुब्रत पाठक समेत 10 नामजद और 40-42 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। सभी पर अपहरण के आरोपियों को छुड़ाने का भी आरोप लगा है।
सदर कोतवाली के मंडी चौकी प्रभारी हाकिम सिंह ने शनिवार को सदर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई। इसमें कहा है कि वह शुक्रवार की रात करीब 12 बजे उपनिरीक्षक सुरेश शुक्ला, कांस्टेबल सुभाष कुमार के साथ मंडी गेट पर मौजूद थे। इसी दौरान तलैया चौकी प्रभारी राजेश प्रताप सिंह ने फोन पर बताया कि उन्नाव पुलिस ने अपहरण के एक मामले में दबिश देकर पांच अपहर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है।
मदद के लिए और पुलिस बल की मांग की गई है। चौकी प्रभारी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से मंडी चौकी में पूछताछ करने के बाद जैसे ही उन्नाव पुलिस रवाना होने लगी, तभी शहर के अवनीश, पुष्पेंद्र प्रजापति, नयन मिश्रा, विजय पांडेय, सूरज राजपूत पहुंचे और टीम के साथ धक्का-मुक्की कर आरोपियों को छुड़ाने का प्रयास करने लगे।
आरोप: सांसद ने चौकी प्रभारी को फोन कर जिंदा जलाने की दी धमकी
शिकायत के अनुसार, सांसद सुब्रत पाठक ने चौकी प्रभारी को फोन पर धमकी देते हुए कहा, टीम को 15 मिनट में बुला लो, नहीं तो मंडी पहुंचकर तुझे आग लगा दूंगा। कुछ देर बाद पाठक भी मौके पर आ गए और उनका कॉलर पकड़कर गाली-गलौज शुरू कर दी। मारपीट करने लगे। इस दौरान कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
वहीं, सांसद सुब्रत पाठक ने कहा कि निकाय चुनाव में एसपी ने बसपा की मदद की थी। इसकी शिकायत सीएम तक पहुंचाई गई थी। एसपी उसी का बदला ले रहे हैं। वह कार्यकर्ताओं की पिटाई की जानकारी पर मंडी पहुंचे थे। उन्होंने मारपीट नहीं की।
अपहरण के आरोपी को छुड़ाने के लिए पुलिस चौकी का घेराव करना और वहां तैनात पुलिसकर्मियों से मारपीट करने का मामला तूल पकड़ गया है। पुलिस की ओर से सांसद और उनके समर्थकों पर रिपोर्ट दर्ज होने के बाद इसे लेकर चर्चाओं का बाजार भी गर्म है। इस बीच लोग सांसद और पुलिस के बीच हुए टकराव की वजह को लेकर भी चर्चा करने लगे हैं।
दरअसल, उन्नाव के औरास युवक के अपहरण की सूचना पर शुक्रवार की रात उन्नाव पुलिस जिले में पहुंची थी। उन्नाव पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को हिरासत में लेकर मंडी चौकी पहुंच गई। गिरफ्तारी से नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंडी पुलिस चौकी को घेर लिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। बीचबचाव कर रहे पुलिस कर्मियों को पीटा। मारपीट में मंडी चौकी इंचार्ज समेत सात पुलिस कर्मी घायल हो गए।
घायल पुलिस कर्मियों का रात में मेडिकल परीक्षण कराया गया। मामले की जानकारी मिलते ही एएसपी समेत कई थानों की पुलिस, स्वाट व सर्विलांस टीम व एक प्लाटून पीएसी मौके पर पहुंच गई। हालांकि उन्नाव पुलिस अपहरण किए गए युवक व पांच आरोपियों को सकुशल वापस ले गई। चर्चा है कि रात में ही कुछ भाजपा कार्यकर्ता एक आरोपी को उन्नाव से छुड़ा लाए थे। इस घटना को लेकर शहर में चर्चा का बाजार गर्म बना रहा। उन्नाव पुलिस ने चार अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार भी कर लिया है।
मोबाइल का विवाद बना पुलिस से भिड़ंत की वजह
सदर कोतवाली क्षेत्र के प्रेम नगर करीमपुर गांव निवासी दीपू यादव छोटे भाई नीलेश (19) के साथ उन्नाव जनपद के औरास कस्बे में किराए पर रहता है। वह कस्बे में ही मोबाइल की दुकान चलाता है। बताया जा रहा है कि नीलेश से मोबाइल को लेकर सदर कोतवाली क्षेत्र के सरायमीरा निवासी प्रभाकर कुशवाहा, सागर शर्मा, विशाल कटियार व अभिषेक दुबे का विवाद हो गया था। नीलेश औरास में रह रहा था। शुक्रवार की शाम साढ़े सात बजे चारों युवक औरास पहुंचे और नीलेश को बाइक पर बैठाकर यहां ले आए।
उध,र पीड़ित के भाई दीपू ने औरास थाना में भाई नीलेश के अपहरण होने की शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद उन्नाव पुलिस ने नीलेश की लोकेशन ट्रेस की। लोकेशन के आधार पर उन्नाव पुलिस के एसआई राजीव त्रिपाठी ने टीम के साथ यहां सरायमीरा के पूर्वी बाईपास स्थित एक जिम में दबिश दी और वहां से पुलिस ने नीलेश को सकुशल बरामद कर लिया। साथ ही पुलिस ने पांच युवकों को भी हिरासत में ले लिया। पुलिस अपहत युवक व पांचों आरोपियों को लेकर उन्नाव के लिए रवाना हो गई।
आरोपियों को छुड़ाने के लिए पहुंचे भाजपा कार्यकर्ता
बताया जा रहा है अपहरण कांड में शामिल युवक भाजपा से जुड़े हुए हैं। युवकों के पकड़े जाने की खबर मिलते ही शुक्रवार की देर रात बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता छुड़वाने के लिए मंडी चौकी पहुंच गए। इस दौरान पुलिस व भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच तकरार होने लगी। कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ मारपीट शुरू कर दी। मारपीट में तीन दारोगा व चार सिपाही घायल हो गए। मामले की खबर मिलते ही एएसपी डॉ. अरविंद कुमार, कोतवाल अजय कुमार अवस्थी, ठठिया, सौरिख, इंदरगढ़ समेत अन्य थानों की पुलिस के अलावा स्वाट, सर्विलांस टीम और एक प्लाटून पीएसी मौके पर पहुंच गई।
इन पुलिस कर्मियों का कराया मेडिकल परीक्षण
घटना के बाद शुक्रवार देर रात ही जिला अस्पताल में मंडी चौकी प्रभारी हाकिम सिंह, सरायमीरा चौकी प्रभारी तरुण भदौरिया, एसआई हेमंत कुमार, रोहित लवानिया, लवी खारी, सुभाष कुमार, नीरज कुमार का मेडिकल परीक्षण कराया गया। बताया जा रहा है कि हाथापाई के दौरान इन पुलिस कर्मियों को चोट आई थी। पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है।