CG : किसानों से धोखाधड़ी; अधिक दाम का झांसा देकर खरीदा 46 लाख का धान, फिर बंद कर दिया मोबाइल, चेक भी ले लिया वापस, भटक रहे कृषक….
बेमेतरा/मुंगेली। छत्तीसगढ़ में किसानों से धान खरीद का फर्जीवाड़ा करने वालों के हौसले बुलंद हैं। कुछ पकड़ में आते हैं और कुछ आज भी मजे से किसानों की ठगी के पसे पर मौज करने में लगे हैं। बेमेतरा और कवर्धा के बाद अब मुंगेली के लालपुर थाना क्षेत्र में किसानों से धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. बेमेतरा जिले के ठगों ने कथित तौर पर खुद को व्यापारी बताकर अधिक दाम पर धान खरीदी का झांसा देकर दर्जनभर किसानों के साथ धोखाधड़ी किया है. मुंगेली पुलिस ने मामला दर्ज कर 12 घंटे के भीतर ही एक आरोपी जित्तू साहू को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं एक अन्य आरोपी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस जुटी है। वहीँ बेमेतरा जिले में भी ऐसे दर्जनों किसान अपने धान की लाखों की राशि के लिए भटक रहे हैं। कुछ मामले न्यायालय में हैं कुछ मामले पुलिस ने दर्ज़ ही नहीं किये हैं।
दोनों आरोपी किसानों के गांव जाकर उनसे संपर्क कर धान का अधिक मूल्य देने एवं भविष्य में रकम देने का वादा कर फोन बंद कर फरार हो जाते थे. आज जित्तू साहू पिता खम्महन साहू उम्र 21 वर्ष निवासी नेवसा थाना नवागढ़ जिला बेमेतरा को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया. वहीं एक आरोपी लीलाराम साहू पिता ताराचंद साहू निवासी पछभैया जिला बेमेतरा फरार है, जिसकी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज पटेल ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि दोनों ने मिलकर जिले के लगभग 10 किसानों से कुल 46 लाख की धोखाधड़ी की है. इसके अतिरिक्त उपरोक्त आरोपी के विरुद्ध थाना नवागढ़ जिला बेमेतरा में धोखाधड़ी का अपराध दर्ज है।
गुरूवाईनडबरी के प्रार्थी यशवंतराज साहू ने लालपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई कि वर्ष 2023 में गर्मी सीजन का धान अच्छा हुआ था. जवाहर साहू, सिद्धलाल साहू, मनीराम साहू, श्रीधर सिंह, हरेन्द्र सिंह, भोले जायसवाल, मुरली चंद्राकर, विष्णु साहू, नंदकुमार साहू, राजेश केसर ये सब ग्राम गुरूवाईनडबरी एवं गंजी बांधा, कोदवाबानी के किसान हैं, जो लगभग 4200 कट्टा प्रत्येक में 40 किलो का वजन का धान रहा, जिसे 2750 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बेमेतरा जिले के रहने वाले लीलाराम साहू और उसका मुनिम जित्तु साहू दोनों को ज्यादा पैसा देने की बात पर बेचा था. इस धान की कुल कीमत 46,27,120 है।
आरोपियों ने धान लेने के बाद एक्सिस बैंक शाखा कवर्धा के नाम 15 जनवरी को तेईस लाख दस हजार रुपए एवं दूसरा चेक एक्सिस बैंक शाखा कवर्धा के नाम तेईस लाख सत्रह हजार एक सौ बीस रुपए 1 जनवरी 2024 को दिया था. ये चेक लीलाराम साहू ने जारी किया था, जिसने चेक पर अपना हस्ताक्षर कर दिया था. उपरोक्त राशि की लगातार मांग करने पर टालमटोल किया जाने लगा. धौंस देने लगा कि धान की राशि नहीं दूंगा तो मेरा क्या कर लोगे, क्योकि मैं पहुंच वाला आदमी हूं, जो करना है कर लो कहकर धमकी दिया. धान की राशि 46,27,120 रुपए नहीं मिलने के कारण सभी किसानों के परिवार में भूखे मरने की स्थिति निर्मित हो गई, क्योंकि दोनों व्यक्ति के बारे में पता चला कि वे कई किसानों के यहां अपना परिचय देते हुए धान खरीद कर कोरा चेक दे दिया है, जिसका भुगतान आज तक नहीं हुआ है. लीलाराम साहू यह कहकर चेक वापस ले लिया है कि दो चार दिन में सभी किसानों का पैसा अदा कर दूंगा।