CG : GRP के जवान मिलकर करते थे गांजा तस्करी, एक आरक्षक चढ़ा पुलिस के हत्थे दूसरा मोबाईल बंद कर ड्यूटी से फरार, 4 गिरफ्तार
दुर्ग। जिस पर सुरक्षा की जिम्मेदारी हो, वहीं स्मगलिंग करने लगे तो क्या होगा? दुर्ग पुलिस ने ऐसे ही एक जवान को पकड़ा है, जो गांजा तस्करी में शामिल था। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें से एक आरोपी GRP का जवान है। वहीं एक अन्य जवान मामले की भनक पाते ही ड्यूटी से फरार हो गया। दरअसल दुर्ग पुलिस को इस बात की सूचना मिली थी, कि कुछ लड़के थाना मोहन नगर क्षेत्रातर्गत सूर्या होटल के पीछे पीपल पेड के पास गांजा बेचने की फिराक में हैं। पुलिस ने एक जवान सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, वहीं एक आरोपी जवान फरार हो गया है।
सूचना पर तत्काल सिविल टीम दुर्ग एवं थाना मोहन नगर की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची और संबंधित व्यक्तियों की खोजबीन की। सूचना के मुताबिक सूर्या होटल के पीछे पीपल पेड़ के नीचे चार लड़के मिले जो पुलिस टीम के पास पहुंचते ही भागने लगे। जिस पुलिस ने दौड़ाकर चारों को पकड़ा। पकड़े जाने पर चारों ने पुलिस को बरगलाने की कोशिश की। लेकिन तलाशी के दौरान कपड़े के थैले में प्लॉस्टिक की बोरी के अंदर गांजा बरामद हुआ।
गाजा लाने के संबंध में पूछताछ करने पर आरोपी लगातार पुलिस को गुमराह कर रहे थे, लेकिन निरंतर एवं सघन पूछताछ में एक आरोपी ने अपना परिचय जीआरपी पुलिस आरक्षक राजनांदगांव का होना बताया। गांजा को दुर्ग जीआरपी के आरक्षक वसीम अहमद निवासी केलाबाड़ी दुर्ग के द्वारा उपलब्ध कराने हेतु उसे देना बताया। आरोपी को पूर्व में भी उस आरक्षक ने चार-पाच बार गांजा उपलब्ध कराया था। गांजे की रकम को आरक्षक वसीम अहमद को नगदी देना बताया गया। जीआरपी दुर्ग के आरक्षक वसीम अहमद को मामले की भनक लगते ही अपना मोबाईल बंद कर डियूटी स्थल से फरार हो गया। जिसकी तलाश पुलिस द्वारा लगातार की जा रही है। आरोपीगणों से कुल 11 किलोग्राम गाजा जप्त कर कारवाई मोहन नगर पुलिस ने की है