September 19, 2024

CG : हाईप्रोफाईल मामला; आखिर कौन है वह जिसे बचा रही पुलिस?, बेबीलॉन कैपिटल में जुआरियों के खिलाफ कार्रवाई पर उठे सवाल, होटल की भूमिका भी संदिग्ध!

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जुआ अड्डों पर छापेमारी की ख़बरें आये दिन आते रहती हैं। यही नहीं कार्यवाई के बाद पुलिस बाकायदा नाम पते सहित सचित्र विज्ञप्ती भी मिडिया को जारी करती हैं। विडंबना देखिये बीती रात वीआईपी रोड पर स्थित होटल बेबीलॉन कैपिटल में तेलीबांधा पुलिस ने छापेमारी कर लाखों रुपये के जुए फड़ पर कार्रवाई की। पुलिस ने इस छापेमारी के दौरान 10 जुआरियों को गिरफ्तार किया और मौके से लगभग 2 लाख रुपये नगद और ताश की पत्तियां जब्त कीं। पर इस कार्रवाई के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि पुलिस ने जुआरियों की पहचान को अब तक गोपनीय रखा हुआ हैं। यही नहीं कार्रवाई का श्रेय लिए बिना 2 घंटे के भीतर ही रात के अँधेरे में ही पूरे मामले को रफादफा कर दिया।

सूत्रों के अनुसार, जुए के इस बडे फड़ में शामिल जुआरियों में आधा दर्जन से अधिक राजधानी के प्रतिष्ठित सराफा कारोबारियों के बिगड़ैल नवाब थे, जिनका शहर और राजनीती में ठीक-ठाक रसूख है। कुछ आरोपियों के संबंध तो राजनीतिक दलों के फाइनेंसरों से भी बताए जा रहे हैं। इसी कारण पुलिस ने उन्हें वीवीआईपी ट्रीटमेंट देते हुए थाना से ही छोड़ दिया। शहर में इस बात की चर्चा है कि जुए की इस बडे फड़ में करीब 50 लाख रुपये से ज्यादा की नगदी रखी गई थी, लेकिन आरोपियों के रसूख के चलते पुलिस ने महज़ 2 लाख रुपये की जब्ती ही दिखाई और मामूली कार्यवाई के बाद थाने से ही जुआड़ियों को छोड़ दिया।

गौरतलब है कि इस मामले में हाई प्रोफाइल लोगों की संलिप्तता उजागर होने के बावजूद न तो उनके नाम जारी किये गए और न ही तस्वीरें, पुलिस जुआरियों को होटल बेबीलोन से डिटेन कर सीधे तेलीबांधा थाना लेकर पहुंची, जिसके बाद जुआरी बारी-बारी से थाने से बाहर निकल गए। इस मामले को लेकर पुलिस अधिकारी दबी जुबान से कह रहे हैं कि मामला उनके स्तर से कहीं ऊंचा है. इसलिए पुलिस की भारी किरकिरी के बाद भी वरिष्ठ अधिकारी जुआरियों का नाम उजागर करने से कतरा रहे है. अधिकारी तो यह भी कह रहे है कि मामला साहब लोगो के भी ऊपर का है, वरना हमने तो कार्रवाई की थी, उसका श्रेय लेने में क्यों अच्छा नहीं लगता। इसको देखते हुए राजधानी में पुलिस की भूमिका को लेकर भी चौक चौराहे पर चर्चा हो रही हैं।

बता दें कि होटल बेबीलॉन कैपिटल पर भी सवालियां निशान उठ रहे है, क्योंकि अगर एक कमरे में दो लोगों को ठहरने की अनुमति (विशेष परिस्थति में 4) दी जाती है तो फिर एक साथ 10 लोग एक कमरे में बैठकर कैसे जुआ खेल रहे थे और होटल प्रबंधन को कमरे में जुआ खेले जाने की भनक तक नहीं लगी। तेलीबांधा पुलिस ने होटल बेबीलॉन कैपिटल के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

गौतरलब हैं की बीते कुछ दिनों से राजधानी के कुछ होटल्स सहित आसपास के कुछ फार्म हाउस में जुआड़ियों के फड़ लगने की लगातार खबरे आ रही हैं। पुलिस कई मामलों पर कार्यवाई भी कर रही हैं। वही कुछ बड़े फड़ों पर पुलिस की नज़र अब तक नहीं पड़ी हैं। अब देखे कब तक बड़े फड़ों पर पुलिस धावा बोलती हैं।

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