CG – हत्या और आगजनी के आरोपियों की रिहाई; BJP विधायक ईश्वर साहू ने बाजे-गाजे व फूल-मालाओं से किया स्वागत…
बेमेतरा। BJP Ishwar Sahu: छत्तीसगढ़ के सबसे चर्चित विधानसभा सीट साजा (Chhattisgarh Asembly seat Saja) विधानसभा क्षेत्र में हुई आगजनी और हत्या के आरोप में गिरफ्तार 15 आरोपियों को 10 माह बाद जमानत मिल गई है. इन आरोपियों को जमानत मिलने के बाद साजा (Saja) से भाजपा (BJP) विधायक ईश्वर साहू (Ishwar Sahu) ने बाजे गाजे के साथ आरोपियों का फूल माला पहनाकर स्वागत किया.
बिरनपुर हत्याकांड और आगजनी के आरोप में बेमेतरा उप जेल में बंद 15 लोगों को न्यायालय की ओर से जमानत दे दी गई है. इसके पहले आठ लोग इस मामले में दोष मुक्त हो चुके हैं. वहीं दो लोगों को पहले ही जमानत मिल चुकी है. जैसे ही इन आरोपियों को जमानत मिलने की खबर साजा विधानसभा के विधायक ईश्वर साहू को मिली, तो वह अपने भाजपा कार्यकर्ताओं, विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के लोगों के साथ उपजेल पहुंचे और बाजे-गाजे के साथ सभी आरोपियों का स्वागत किया.
डबल मर्डर और आगजनी के हैं आरोप
दरअसल, बिरनपुर में भड़की हिंसा में भुनेश्वर साहू की हत्या के बाद 10 अप्रैल को बिरनपुर के शक्ति घाट इलाके में पिता-पुत्र रहीम मोहम्मद और ईद उल मोहम्मद की लाश खेतों में मिली थी. दोनों बकरी चराने के लिए जंगल गए थे, जहां पर अज्ञात लोगों ने उनकी हत्या कर दी थी. इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपियों के सुराग देने वालों को 40 हजार देने की घोषणा की थी, जिसमें दुर्ग रेंज के आईजी की ओर से 30 हजार तथा बेमेतरा पुलिस अधीक्षक की ओर से 10 हजार की घोषणा शामिल थी. इसके बाद रहीम मोहम्मद और ईद उल मोहम्मद की हत्या के आरोप में 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इन आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 147, 148,149,153 के तहत अपराध पंजीकृत किया गया था. इसके बाद 27 अप्रैल को और नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद सभी क जेल भेज दिया गया था.
बताया असत्य पर सत्य की जीत
वहीं, इस पूरे मामले पर साजा विधानसभा क्षेत्र के विधायक ईश्वर साहू ने कहा कि असत्य पर सत्य की जीत हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि तत्कालीन कांग्रेस की सरकार ने ग्रामीणों के ऊपर जुल्म किया था और बेवजह उन्हें जेल में डाल दिया था. आज असत्य पर सत्य की जीत हुई है. इसलिए हम सभी भाइयों का स्वागत करने के लिए पहुंचे हैं.
दूसरे पक्ष के सभी आरोपी जेल में है बंद
वहीं, भुनेश्वर साहू की हत्या के आरोप में पुलिस ने 11 लोगों को पहले गिरफ्तार किया था. उसके बाद मुख्य आरोपी कल्लू खान को बाद में गिरफ्तार किया गया है. इस तरह इस मामले में कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. ये सभी आरोपी अब भी जेल में बंद है.
ये है पूरा मामला
दरअसल, छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के अंतर्गत आने वाले साजा विधानसभा क्षेत्र के बिरनपुर गांव में 8 अप्रैल 2023 को दो समुदायों के बीच हिंसा हो गई थी. इस दौरान वर्तमान भाजपा विधायक विधायक ईश्वर साहू के 23 वर्षीय बेटे भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी गई थी. साजा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बिरनपुर गांव में दो स्कूली बच्चों के बीच रास्ते में साइकिल चलाते समय कट करने को लेकर विवाद हुआ था. इस दौरान एक युवक ने छात्र के हाथ पर कांच की बोतल तोड़ दी थी, जिसके चलते उसका हाथ फैक्चर हो गया था. इस घटना की जानकारी बच्चों के घर तक पहुंची, तो दोनों पक्षों के लोगों के बीच मारपीट होने लगी. इस बीच एक पक्ष के लोगों ने तलवार से 23 वर्षी युवक भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी. सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. जहां पर साजा थाने के एसआई बीआर ठाकुर व कुछ पुलिस जवानों पर भी भीड़ ने हमला कर दिया था, जिसके चलते आज भी वह चल नहीं पा रहे हैं और उनका इलाज रायपुर के एक अस्पताल में चल रहा है.
वाहनों में आगजनी के आरोप में चार हुए थे गिरफ्तार
8 अप्रैल को भुनेश्वर साहू की हत्या के दौरान गांव में हिंसा भी हुई थी और हिंसक भीड़ ने बिरनपुर निवासी शरीफा बी के मकान के सामने 20 से 25 अज्ञात लोगों के द्वारा उनके घर के आंगन में खड़े टाटा एस गोल्ड क्रमांक सीजी 25 2420 को आग लगा दी थी. आगजनी व तोड़फोड़ के चलते लाखों का नुकसान हुआ था. इसमें चार आरोपी दीपक निषाद, दुर्गेश यादव, आनंद राम और अखिलेश निषाद शामिल थे. इस सभी को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था, जहां से उसे जेल भेज दिया गया था.
भाजपा ने लपक लिया था मुद्दा
इस घटना के बाद छत्तीसगढ़ भाजपा के तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष और वर्तमान उपमुख्यमंत्री अरुण साव की ओर से इस हत्या के विरोध में छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में प्रदेश के भाजपा पदाधिकारी के अलावा विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता बिरनपुर पहुंचकर इसका विरोध किया था. इस दौरान आगजनी व हिंसा की भी घटना हुई थी.
विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए इस घटना के बाद नागपुर में रिक्शा चलाने वाले मृतक भुनेश्वर साहू के पिता ईश्वर साहू को भाजपा ने साजा विधानसभा से प्रत्याशी बनाया था. इसके बाद उन्होंने आठ बार के विधायक और छत्तीसगढ़ के कद्दावर मंत्री रविंद्र चौबे को हराते हुए छत्तीसगढ़ के विधानसभा में पहुंच गए थे. यह सीट छत्तीसगढ़ के साथ-साथ पूरे देश में चर्चित सीट के रूप में देखा जाता है, क्योंकि एक रिक्शा चालक जो कभी पंच का चुनाव भी नहीं लड़ा था, वह सीधे विधानसभा में पहुंच गया था.