छत्तीसगढ़ पुलिस 300 वारंटियों की लिस्ट ओडिशा को सौंपेगी, बॉर्डर पर निगरानी रखने के लिए बनी रणनीति
रायपुर । Loksabha chunaw Preparations : लोकसभा चुनाव की घोषणा के पहले ही राज्यों में तैयारियां तेज हो गई हैं. राजनीतिक पार्टियां लगातार प्रचार में जुटी हुई हैं तो वहीं राज्यों में अफसर भी रणनीतियां बनाने के लिए जुट गए हैं. छत्तीसगढ़ और ओडिशा (Odisha)के अफसरों ने इसके लिए बैठक भी कर ली है. इन दोनों राज्यों की सीमा पर नक्सलियों (Naxlites) के सप्लाई चेन तोड़ने से लेकर कानून व्यवस्था बनाए रखने की ठोस रणनीति बनी है.
संयुक्त अभियानों पर हुई चर्चा
रायपुर के कमीश्नर डॉ. संजय अलंग और IG अमरेश मिश्रा की मौजूदगी में वीडियो कॉफ्रेसिंग के माध्यम से पड़ोसी राज्य ओडिशा के अधिकारियों के साथ अंतर्राज्यीय समन्वय बैठक हुई. इस बैठक में लोकसभा चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था, अपराधिक गतिविधियों को रोकने और नक्सल प्रभावित क्षेत्र में संयुक्त अभियानों पर चर्चा की गई. आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए अंतर्राज्यीय सीमावर्ती क्षेत्रों में नक्सली गतिविधियों के खिलाफ संयुक्त ऑपरेशन चलाने और सप्लाई नेटवर्क को रोकने के लिए प्रभावी कार्य करने पर चर्चा की. रायपुर के कमिश्नर डॉ.अलंग ने आपसी ताल-मेल के साथ लोकसभा चुनाव संपन्न कराने के लिए अनुविभागीय अधिकारी स्तर, पुलिस थाना स्तर, जिला स्तर पर भी समन्वय बढ़ाने को कहा.
वॉट्सएप्प ग्रुप बनाकर भी रखेंगे निगरानी
सूचनाओं के तेजी से आदान-प्रदान करने के लिए वॉट्सएप ग्रुप बनाने को कहा. बैठक में चुनाव के दौरान अंतर्राज्यीय सीमाओं पर स्थाई और अस्थाई-मोबाइल चेकपोस्ट लगाने, मादक पदार्थों के अवैध परिवहन की रोकथाम के लिए भी प्रभावी समन्वय करने पर चर्चा हुई. इस बैठक में चुनाव के दौरान अवैध रूप से शराब, नगदी, हथियार, सोना और चांदी के साथ-साथ अन्य सामग्रियों के परिवहन पर अंकुश लगाने के लिए भी रणनीति बनाई गई. कमिश्नर डॉ. अलंग ने अभी से ही शराब, गांजा आदि के अवैध भण्डारण के साथ-साथ नगदी, साड़ी, बर्तन जैसी सामग्रियों के बड़ी मात्रा में भण्डारण पर नजर रखने के निर्देश दिए और कहा कि ऐसी सूचनाओं का तुरंत आदान-प्रदान किया जाए. ताकि चुनाव के दौरान होने वाली घटनाओं पर समय से त्वरित कार्रवाई की जा सके.
वारंटियों पर भी कसेगी नकेल
रायपुर रेंज के IG अमरेश मिश्रा ने बताया कि अन्तर्राज्यीय अपराधियों (Interstate criminals) के रूप में ओडिशा राज्य के लगभग 300 वारंटी लोगों की सूची सीमावर्ती जिलों को जल्द ही सौंपी जाएगी, ताकि उनके जिलों में भी पुलिस द्वारा निगरानी की सके. उन्होंने चुनाव के दौरान नेताओं और लोगों के आवागमन को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से अलग व्यवस्थाएं करने पर भी जोर दिया. मिश्रा ने माओवादी गतिविधियों की रोकथाम के लिए संयुक्त अभियान चलाने की जरूरत बताई. रायपुर संभाग के महासमुंद, गरियाबंद, धमतरी और ओडिशा राज्य के कोरापुट, कालाहाण्डी, बलांगीर, मलकानगिरी नवरंगपुर, बरगड़, नुआपाड़ा जिलों के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों सहित संबलपुर के आईजी और कमिश्नर भी शामिल हुए.