बीजापुर में ठेकेदार की हत्या, पुलिस की नौकरी छोड़ शुरू की थी ठेकेदारी
बीजापुर। नक्सलियों ने सोमवार को दिनदहाड़े एक ठेकेदार की हत्या कर दी। नक्सलियों ने कुल्हाड़ी से ठेकेदार पर इतने वार किए कि उसकी पेट की आंते तक बाहर आ गईं। वहां काम कर रहे मजदूर उन्हें लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। ठेकेदार पुलिया निर्माण के दौरान काम देखने के लिए गए थे। वारदात CRPF कैंप से करीब डेढ़ किमी दूर गंगालूर थाना क्षेत्र में हुई है।
जानकारी के मुताबिक, मध्य प्रदेश के ग्वालियर निवासी धर्मेंद्र गर्ग बीजापुर के पुजारी पारा में रहते थे। करीब 7-8 साल पहले पुलिस की नौकरी छोड़कर उन्होंने ठेकेदारी करना शुरू किया था। पुलिस में रहते वह बीजापुर में ही पोस्टेड रहे थे।
इन दिनों चेरपाल-कोटेर के बीच पुलिया का निर्माण करा रहे थे। उसी का काम देखने सोमवार को वहां पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि दोपहर करीब 2 बजे वह पेड़ के नीचे बैठे पुलिया निर्माण कार्य देख रहे थे। इसी दौरान 10 से 12 नक्सली पहुंच गए और मारपीट शुरू कर दी।
इसके बाद नक्सलियों ने कुल्हाड़ी से वार करना शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने एक के बाद एक कई वार किए। इसके बाद नक्सली वहां से भाग निकले। उनके जाने के बाद मजदूर धर्मेंद्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शाम को जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव को उनके गृह नगरग्वालियरभेज दिया गया है।
बीजापुर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन अभय प्रताप ने बताया कि ठेकेदार को जिला अस्पताल रेफर करने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन प्राथमिक उपचार के दौरान ही मौत हो गई।