September 20, 2024

छत्तीसगढ़ : रायपुर में नशे का जखीरा डिस्पोज, कोरिया में नशे का सौदागर अरेस्ट

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगे सिलतरा में एक निजी पावर प्लांट में पुलिस ने मादक पदार्थों को डिस्पोज किया है. ये मादक पदार्थ रायपुर रेंज के थानों से जब्त किए गए थे.जिनमें रायपुर, बलौदाबाजार, धमतरी,महासमुंद और गरियाबंद जिला शामिल है. मादक पदार्थ डिस्पोजल की कार्रवाई के दौरान रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा, रायपुर के एसएसपी संतोष सिंह, धमतरी के एसपी आंजनेय वैष्णव भी मौजूद थे.

डिस्पोज हुआ नशे का जखीरा : रायपुर रेंज के आईजी और उच्च स्तरीय ड्रग डिस्पोजल कमेटी के अध्यक्ष अमरेश मिश्रा ने बताया कि एनडीपीएस एक्ट के तहत जब्त मादक पदार्थों को डिस्पोज करने की कार्रवाई हुई है. एनडीपीएस एक्ट के प्रावधान के अनुसार केन्द्र सरकार, गृह मंत्रालय, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के आदेश पर पुलिस मुख्यालय द्वारा गठित उच्चस्तरीय ड्रग डिस्पोजल कमेटी ने ये कार्रवाई की है.

किस जिले से कितने मादक पदार्थ हुए डिस्पोज : मादक पदार्थों के डिस्पोज की कार्रवाई में रायपुर जिले के कुल 157 एनडीपीएस के मामले में 2146 किलोग्राम गांजा, 58 हजार 747 नशीले टेबलेट, सीरप इंजेक्शन, 48 किलोग्राम अफीम डोडा, 206 ग्राम चरस/कोकीन ब्राऊन सुगर, जिला बलौदा बाजार के कुल 24 मामलों में 1022 किलोग्राम गांजा और 960 नशीले टेबलेट, जिला महासमुंद के 121 मामलों में 9 हजार 740 किलोग्राम गांजा, जिला धमतरी के 36 मामलों में 411किलोग्राम गांजा और 2451 नशीला टेबलेट, जिला गरियाबंद 31 मामलों में 1014 किलोग्राम गांजा और 253 नशीले टेबलेट को डिस्पोज किया गया.

कोरिया में नशे के सौदागर अरेस्ट : वहीं कोरिया जिला में हो रहे नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है. पटना थाना पुलिस और खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने मुखबिर की सूचना पर 60 हजार की अवैध नशीली दवाइयां जब्त की है. इस मामले में ग्राम छिंदिया निवासी रामनारायण को गिरफ्तार किया गया है. जिसके पास से एक हजार इंजेक्शन और एक हजार एविल टैबलेट बरामद किया गया है. जिसका अनुमानित मूल्य 60 हजार है. लेकिन अवैध रुप से इन दवाईयों को 5 गुना अधिक कीमत में बेचा जाता था. पुलिस के मुताबिक अवैध नशीली दवाओं का कारोबार में और भी नाम सामने आ सकते हैं.

”मुझे खबर मिली थी कि सिंधिया में कोई नशीली दवाई लेकर आ रहा है. पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई की गई. आरोपी के पास से एक हजार एविल इंजेक्शन डॉल्फिन दवाईयां मिली हैं. इसकी कीमत लगभग 60000 है.लेकिन बाजार में इसे लगभग 5 लाख रुपए में बेचा जाता.” -अलोक मिंज,ड्रग इंस्पेक्टर

error: Content is protected !!
Exit mobile version