महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में सेलिब्रिटी मैनेजरों के ठिकानों पर ईडी की रेड, 2.5 करोड़ कैश जब्त
रायपुर/मुंबई/नईदिल्ली। ईडी की ओर से महादेव सट्टेबाजी ऐप केस में कई शहरों में छापामारी की गई है। प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने मुंबई और दिल्ली में कई सेलिब्रिटी मैनेजरों के ठिकानों पर दस्तक दी है। आरोप है कि इन लोगों ने ही महादेव ऐप के मालिक सौरभ चंद्राकर की शादी में परफॉर्मेंस के लिए बॉलीवुड सितारों से संपर्क किया था। जिसके बाद सितारों को काम सौंप भी दिया था। जिसके बाद से ये लोग मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत ईडी के रडार पर हैं। इसी साल फरवरी में चंद्राकर ने दुबई में शादी समारोह करवाई थी। जिस पर लगभग 200 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। पता लगा है कि इस विवाह समारोह में कई बॉलीवुड सितारों ने शिरकत की थी।
हवाला के जरिए ऑपरेट करते थे पूरा कारोबार
सूत्र बताते हैं कि ये सेलिब्रिटी मैनेजर हवाला के जरिए ऑपरेट करते थे। जो इवेंट कंपनियों से कैश लेते थे। आरोप है कि इसी पैसे का एक हिस्सा शादी में परफॉर्म करने के लिए सितारों और सिंगरों को दिया गया। ईडी को छापामारी के दौरान लगभग ढाई करोड़ रुपए कैश मिला है। सेलिब्रिटी मैनेजरों के बयान भी रिकॉर्ड किए गए है। सूत्रों से पता लगा है कि अधिकतर मैनेजरों ने कैश इवेंट कंपनियों के जरिए मिलने की बात स्वीकार कर ली है।
ईडी ने रैपिड ट्रैवल्स कंपनी के दफ्तरों पर भी छापामारी की है। आरोप है कि ये कंपनी सट्टेबाजी वेबसाइट का समर्थन करने वाली सेलिब्रिटीज के लिए टिकट संचालन का काम करती है। इसके अलावा महादेव ऐप प्रमोटर्स, फैमिली, सहयोगियों के यहां भी रिकॉर्ड देखा गया है।
छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं दोनों आरोपी
कथित घोटाले में ईडी की जांच भिलाई तक गई है। आरोपी चंद्राकर और उप्पल छत्तीसगढ़ के इसी शहर के मूल निवासी हैं। ये लोग महादेव बुक ऐप के मुख्य प्रमोटर का काम दुबई से ऑपरेट करते हैं। ये लोग ऑनलाइन ऐप के जरिए कैसीनो और सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म उपलब्ध करवाते हैं।
जो भारत में गैरकानूनी है। ईडी की ओर से अभी तक लगभग 417 करोड़ रुपये की राशि जब्त की जा चुकी है। माना जा रहा है कि पूरा पैसा मनी लॉन्ड्रिंग का है। वहीं, ईडी और छत्तीसगढ़ पुलिस ने चंद्राकर और उप्पल के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है। भारत में महादेव ऐप बैन है, लेकिन दूसरे देशों में यह धड़ल्ले से चल रही है।