हरिद्वार: शांतिकुंज में छत्तीसगढ़ के एक स्वयंसेवक ने लगाई फांसी, छोड़ा सुसाइड नोट
हरिद्वार। अध्यात्मिक संस्था शांतिकुंज में छत्तीसगढ़ के एक स्वयंसेवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक ने अपने मोबाइल फोन पर चंद लाइन का सुसाइड नोट भी छोड़ा है. घटनास्थल का मौका मुआयना कर हरिद्वार कोतवाली पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
शहर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि बस्तर छत्तीसगढ़ निवासी राजेंद्रनाथ (45) पुत्र भगतूराम वर्ष 1996 से शांतिकुंज में रह रहा था. उसकी शादी वर्ष 2008 में रामशीला से हुई थी. दोनों लोग शांतिकुंज कैंपस में ही रह रहे थे।
बुधवार की सुबह पत्नी रामशीला यज्ञ में शामिल होने गई थी. वह जब लौटकर आई तब देखा कि नायलॉन की रस्सी के फंदे के सहारे राजेंद्रनाथ लटके हुए थे. महिला के चीखने चिल्लाने पर आसपास के लोग एकत्र हो गए. सूचना मिलने पर सप्तऋषि चौकी पुलिस पहुंच गई. कोतवाली प्रभारी ने बताया कि जब तक उसे नीचे उतारा गया तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
उन्होंने बताया कि मृतक के मोबाइल फोन से चंद लाइन का एक सुसाइड नोट मिला है. लिखा है कि उसकी मौत का जिम्मेदार वह स्वयं है, लिहाजा उसकी पत्नी को परेशान न किया जाए. उसका मोबाइल फोन कब्जे में ले लिया है. राजेंद्रनाथ संस्था के मीडिया विभाग में कार्यरत था. कोतवाली प्रभारी ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।