November 17, 2024

छत्तीसगढ़ में मानव तस्करी : दिल्ली से दो आरोपी गिरफ्तार, काम दिलाने के बहाने कर रहे थे शोषण

रायगढ़। छत्तीसगढ़ की रायगढ़ पुलिस ने मानव तस्करी के अपराध की इन्वेस्टिगेशन को आगे बढ़ाते हुए मानव तस्करी के सरगना का पता लगाकर दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों से 02 आरोपियों को गिरफ्तार कर रायगढ़ लाया गया। जिन्हें रायगढ़ कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड लेकर पूछताछ किया जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक 26 नवम्बर के दोपहर रेलवे स्टेशन रायगढ़ में रेलवे सुरक्षा बल के स्टाफ पेट्रोलिंग व चेकिंग दौरान स्टेशन पर एक नाबालिग बालिका को डरे सहमे हालत में दिखाई दी। सुरक्षाकर्मी संदेह के आधार पर बालिका से पूछताछ किए, लड़की कुछ भी बता नहीं रही थी। उसी समय राजू सिंह नाम का व्यक्ति आया और बताया कि वह लड़की को दिल्ली लेकर जा रहा है। आरपीएफ स्टाफ को व्यक्ति पर संदेह हुआ जिसे रेलवे सुरक्षा बल के उपनिरीक्षक अखिल सिंह द्वारा थाना कोतवाली रायगढ़ को सूचना दी गई।

थाना कोतवाली में मानव तस्करी का अपराध (धारा 370 आईपीसी) दर्ज कर राजू सिंह से कड़ी पूछताछ किया गया। आरोपी राजू सिंह बताया कि बालिका को ग्राम लाखा निवासी सुशील वर्मा उर्फ करोड़पति के साथ मिलकर नाबालिक के परिजनों को बिना बताए बालिका को बहला-फुसलाकर बिक्री करने के उद्देश्य से दिल्ली लेकर जा रहा था। तत्काल थाना के नेतृत्व में पुलिस टीम आरोपी सुशील वर्मा उर्फ करोड़पति के ठिकानों पर दबिश दिये। जिसे पूंजीपथरा क्षेत्र से हिरासत में लेकर थाना कोतवाली लाया गया। आरोपी राजू सिंह एवं आरोपी सुशील वर्मा उर्फ करोड़पति द्वारा बालिका को प्रलोभन तथा दबाव पूर्वक दुर्व्यापार के उद्देश्य से उसके पालकों के वैध संरक्षण से ले जाना पाए जाने से आरोपियों को धारा 370 आईपीसी, मानव तस्करी के अपराध में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।

वहीं विवेचना के दौरान गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर उनसे जप्त किए मोबाइल सीडीआर का विश्लेषण कर जांच के दायरे को आगे बढ़ाया गया। जिस पर पाया गया कि थाना कापू क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पारेमेर निवासी अमृत तिग्गा दिल्ली में रहकर अवैध प्लेसमेंट एजेंसी चलाता है। उसके एजेंट/सहयोगी झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, असम क्षेत्र के गरीब भोले भाले युवक-युवतियों विशेषकर नाबालिक बालक-बालिकाओं तथा उनके परिजनों को महानगरों में अच्छे काम दिलाने का प्रलोभन देकर नई दिल्ली ले जाकर कई ऐसे कठिन काम में लगा कर उनका शोषण कर रहे हैं। एसपी द्वारा तत्काल कोतवाली पुलिस की टीम को दिल्ली जाकर सरगना के ठिकानों पर दबिश देकर आरोपी को धर दबोच कर लाने निर्देशित किया गया। थाना कोतवाली से सहायक उप निरीक्षक दिलीप बेहरा के हमराह पुलिस टीम दिल्ली रवाना हुई, जो आरोपी अमृत तिग्गा के लोकेशन तथा मिलने के संभावित ठिकाने पर एक-एक कर दबिश दिया गया। आरोपी अमृत तिग्गा दिल्ली के शुकुरपुर ईलाके में किराये मकान लेकर एक अवैध प्लेसमेंट एजेंसी चला रहा था, जहां उसके साथ और भी कई लोग इस काम में लगे थे। आरोपी रायगढ़ पुलिस टीम की दबिश की जानकारी पर एजेंसी को बंद कर सभी लोग अन्यत्र फरार हो गये थे।

पुलिस टीम दिल्ली में कैंप कर आरोपी के संबंध में जानकारियां जुटाई जा रही थी। इसी बीच टीम को सूचना मिली कि प्लेंसमेंट एजेंसी से फाईलों की गठरी को ऑटो में रखकर कहीं और शिफ्ट कराया जा रहा है तथा आरोपी अमृत तिग्गा अपने सहयोगी प्रभाकर सुनानी मलकानगिरी उड़ीसा हाल मुकाम शुकुरपुर दिल्ली तथा आशु मल्होत्रा आंगलोंग (असम) हाल मुकाम मुकुंद विहार नई दिल्ली के साथ में है। पुलिस टीम तत्काल मौके पर जाकर ऑटो से फाईलों की गठरी इत्यादि को जप्त कर आरोपी के दोनों सहयोगियों को दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में घेराबंदी कर हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर बताये कि वे दोनों भी अमृत तिग्गा को लड़के-लड़कियां विभिन्न राज्यों से उपलब्ध कराते थे। दोनों आरोपियों से मोबाइल तथा एजेंसी की फाईलें जप्त किया गया। जिसमें कई राज्यों से लायी और काम में लगाई गये युवक-युवतियां का ब्यौरा लिखा है। आरोपी अमृत तिग्गा के जशपुर जिले के थाना बागबहार के मानव तस्करी के अपराध में चालान होने की जानकारी मिली है। दिल्ली में रायगढ़ टीम के पास आकर कुछ युवतियां बताई कि प्रभाकर सुनानी शुकुरपुर में सेलून चलाता है, उसकी के किराये मकान पर रहते थे, वह अमृत तिग्गा से मिलाकर मेट के काम पर लगाया था। उन्हें समय पर तनख्वाह नहीं मिलता। गिरफ्तार आरोपी प्रभाकर सुनानी और आशु मल्होत्रा के उक्त अपराध में संलिप्तता पाए जाने पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर रायगढ़ न्यायिक में पेश 01 दिन का पुलिस रिमांड लिया विस्तृत पूछताछ के लिये लिया गया है।

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