कांवड़ियों का हंगामा : देश के कई हिस्सों में मारपीट और तोड़फोड़, पुलिस भी रोकने में नाकाम, लगाए ये आरोप
नई दिल्ली। कांवड़ यात्रा को लेकर देश के तमाम हिस्सों से हंगामे के मामले सामने आ रहे हैं। यात्रा की शुरुआत से ही कांवड़ खंडित होने की घटनाएं सामने आ रही हैं। पहले दो घटनाएं यूपी के मुजफ्फरनगर में घटीं और जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान सड़कों पर कांवड़ियों ने भी बवाल काटा। इसके बाद कल उत्तराखंड के हरिद्वार और रुड़की में भी कांवड़ियों ने एक ई-रिक्शा और ट्रक ड्राइवर पर कांवड़ खंडित होने का आरोप लगाया। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या शहर-शहर कोई कांवड़ियों को भड़काने का प्रयास कर रहा है? क्या कांवड़ खंडित होना महज एक हादसा है या इसके पीछे किसी की गहरी साजिश है?
हंगामे के मामले कहां से सामने आए?
उत्तराखंड के रुड़की में कांवड़ियों ने ई-रिक्शा चालक पर कांवड़ खंडित होने का आरोप लगाया। इसके बाद हरिद्वार में कांवड़ियों ने ट्रक ड्राइवर पर टक्कर मारकर कांवड़ खंडित होने का आरोप लगाया। इससे पहले यूपी के मुजफ्फरनगर में कांवड़ियों ने कांवड़ के पास मांस रखने और एक कार सवार पर कांवड़ खंडित होने का आरोप लगाया था। कांवड़ खंडित होने के सभी आरोपों के बाद कांवड़ियों ने जमकर हंगामा भी किया था।
रुड़की में क्या हुआ?
रुड़की में कांवड़ खंडित होने के आरोप में कांवड़ियों ने पहले तो ई-रिक्शा चालक की जमकर पिटाई की, उसके बाद ई-रिक्शा को भी निशाना बनाया। कांवड़ियों की भीड़ ने ई-रिक्शा में जमकर तोड़फोड़ की। घटना रुड़की के मंगलौर थाना क्षेत्र की है। कांवड़िए पुलिस के समझाने पर भी नहीं माने। बताया जा रहा है कि एक ई-रिक्शा चालक की एक कावंड़िए से टक्कर हो गई। जिसके बाद उस कांवड़िए ने अपने दूसरे कांवड़िए साथियों को बुलाकर पहले तो ई-रिक्शा चालक के साथ मारपीट की, उसके बाद भीड़ ने ई-रिक्शा में भी जमकर तोड़फोड़ की और ये सब पुलिस के सामने हुआ।
कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए उत्तराखंड पुलिस के अधिकारी से लेकर जवान तक मुस्तैद हैं। हरिद्वार के एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल ने कांवड़ियों से शांति बनाए रखने और किसी भी तरह की घटना की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की है।
हरिद्वार के एसएसपी ने क्या कहा?
हरिद्वार के एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल ने कहा, ‘वादी संजय कुमार द्वारा पुलिस को अवगत कराया गया था कि उसके जो ई-रिक्शा में वो आ रहा था, इसी बीच एक भोले से उसकी टक्कर हो गई, जिसमें ना तो कई कांवड़ खंडित हुई और ना ही किसी प्रकार की ऐसी घटना हुई थी। लेकिन इसके बावजूद उस भोले द्वारा अन्य लोगों को जमा करके उसके साथ मारपीट की गई। साथ में उसके ई-रिक्शा में भी तोड़फोड़ की गई। उक्त घटना का पुलिस ने तुरंत संज्ञान लेते हुए अभियोग पंजीकृत किया है और इन लोगों की पहचान की जा रही है और इनके खिलाफ जो भी सख्त कार्रवाई होगी, पुलिस करेगी।’
एसएसपी ने कहा, ‘मैं हरिद्वार पुलिस की तरफ से सभी कांवड़ यात्रियों का, सभी भोलों का स्वागत करता हूं और आपको किसी प्रकार की असुविधा ना हो, इसका भी हम लोग ख्याल रखेंगे। मैं आप लोगों से अपील भी करना चाहता हूं कि इस पावन पर्व में पुलिस काफी जद्दोजहद से लगी है। आप लोगों की यात्रा सुरक्षित करने के लिए आप लोग भी पुलिस का सहयोग करें और अगर ऐसे कोई मामले आते हैं, तो उसमें जल्दी आपा ना खोएं और अगर ऐसी कोई घटना होती है तो तत्काल पुलिस के संज्ञान में डालें।’
हरिद्वार में क्या हुआ?
जैसा हंगामा रुड़की में देखने को मिला, वैसा ही कुछ हरिद्वार में भी नजर आया। यहां भी कांवड़ियों ने सड़क पर जमकर हंगामा किया। आरोप रुड़की जैसा ही कांवड़ खंडित होने का था। कांवड़ियों का आरोप है कि हरिद्वार से रुड़की जा रहे ट्रक ने एक कांवड़िए को टक्कर मार दी, जिसके बाद कांवड़िए हंगामा करने लगे। पहले तो ट्रक ड्राइवर को पीटा और उसके बाद ट्रक में भी तोड़फोड़ की। बताया जा रहा है कि पुलिस की गाड़ी को देखकर कांवड़िए मौके से फरार हो गए।
यूपी के मुजफ्फरनगर में दो बार बवाल
इससे पहले कांवड़ खंडित होने के आरोप में यूपी के मुजफ्फरनगर में दो बार बवाल हो चुका है। मुजफ्फरनगर के खतौली इलाके में कांवड़ को खंडित किए जाने का मामला सामने आया था। जिसके बाद गुस्साए कांवड़ियों ने घंटाघर के पास रोड को जाम कर दिया था। कांवड़ियों का आरोप था कि वो हरिद्वार से जल लेकर अपने घर जा रहे थे। इस दौरान वो खतौली के घंटाघर पर रुके और देर शाम आरती करने से पहले एक मंदिर में अपनी कांवड़ रखकर गंग नगर में स्नान के लिए गए। जब वो वापस आए तो कांवड़ के पास एक काली पॉलीथिन में किसी ने मांस रख दिया। कांवड़ियों का आरोप है कि जानबूझकर उनकी कांवड़ को खंडित किया गया है। ऐसे में कांवड़ियों के साथ साजिश को लेकर सवाल उठना लाजमी है।
वही मुजफ्फरनगर में एक और मामला सामने आया, जहां कांवड़ियों ने एक कार सवार पर कांवड़ खंडित होने का आरोप लगाया और जमकर मारपीट और हंगामा किया था। ईंट पत्थरों से कार को चकनाचूर कर दिया गया था और सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कार सवार को बचाने की कोशिश की तो कांवड़ियों ने पुलिस की मौजूदगी में भी कार सवार के साथ मारपीट की थी।
मामला बढ़ता देखकर मौके पर आला अधिकारी पहुंचे और बमुश्किल कांवड़ियों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया गया। कांवड़ियों का आरोप है कि कार सवार ने उनकी कांवड़ को खंडित कर दिया था। हालांकि पुलिस का कहना है कि कांवड़ियों ने बाद में कांवड़ खंडित होने की बात से इनकार कर दिया।