December 24, 2024

Mahadev App Scam : कौन हैं सौरभ चंद्राकर? जिनकी शादी में खर्च हुए 200 करोड़ और फंस गए फिल्मी सितारे!

SAURBH CHANDRAKAR-STAR

रायपुर। ‘महादेव बेटिंग ऐप’ ऑनलाइन सट्टेबाजी धोखाधड़ी मामले में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की रेड के बाद सौरभ चंद्राकर का नाम सामने आया है. वित्तीय मामलों में भ्रष्टाचार और फ्रॉड को लेकर ईडी ने ताबड़तोड़ रेड मारी और 417 करोड़ रुपए के साथ-साथ सोने और जेवरात जब्त किए. ईडी ने ‘महादेव बेटिंग ऐप’ नाम की एक ऑनलाइन सट्टेबाजी धोखाधड़ी और फ्रॉड की जब जांच शुरू की, तो उनसे कई सनसनीखेज जानकारियां सामने आ रही हैं।

ईडी को 5000 करोड़ रुपए के वित्तीय भ्रष्टाचार का पता चला है. जांच में 14 से ज्यादा बॉलीवुड सितारों के नाम सामने आए हैं और इस कंपनी के मालिकों में से एक हैं सौरभ चंद्राकर का नाम सामने आया है।

सौरभ चंद्राकर, वही शख्स हैं, जिन्होंने अपनी शादी पर 200 करोड़ रुपए खर्च किए थे और इस शादी में परफार्म करने के लिए फिल्मी सितारों को दुबई बुलाया गया था।

कौन हैं सौरभ चंद्राकर?
सौरभ चंद्रकार पैंतीस साल के युवक हैं. उनका घर सूबे के भिलाई में है. काफी समय से सऊदी अरब में रह रहे हैं. वह ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप” का कारोबार कर रहे हैं. उन्होंने इसी साल फरवरी में सऊदी अरब के दुबई में शादी की और 200 करोड़ रुपए खर्च किए. शादी में आमंत्रित सभी रिश्तेदार निजी विमान से गए थे।

शादी में कई बॉलीवुड स्टार्स को न्योता दिया गया था. शादी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें नेहा कक्कड़, भारती सिंह, टाइगर श्रॉफ सहित 14 फिल्मी सितारे ‘परफॉर्म’ करते दिख रहे हैं. अब ये फिल्मी सितारे ईडी की रडार पर हैं।

कैसे हुआ सौरभ चंद्राकर का उदय?
देश के 5 हजार करोड़ के ‘घोटाले’ का मुख्य सूत्रधार सौरभ चंद्राकर को माना जा रहा है. छत्तीसगढ़ के भिलाई इलाके का एक गरीब सा दिखने वाला यह युवक चर्चा में है. इसके पहले ईडी ने ऑनलाइन सट्टेबाजी के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोप में चार युवकों को गिरफ्तार किया था।

पूछताछ में कई लोगों के नाम सामने आए थे. उनमें से कुछ को अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया था. उनलोगों से पूछताछ के बाद ‘महादेव बेटिंग ऐप’ का नाम सामने आया. सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ईडी की रडार पर आए।

रवि भी छत्तीसगढ़ का रहने वाला है. प्रारंभिक तौर पर पता चला है कि वे पहले एक निजी कंपनी में काम करते थे. बाद में वह इस ‘ऑनलाइन सट्टेबाजी’ से जुड़े. अब वे दुबई चले गये. वे मूल रूप से दुबई से अपना कारोबार करते हैं।

‘महादेव बेटिंग ऐप’ कंपनी का हेड ऑफिस सऊदी अरब में है. उन्होंने देशभर के कई मेट्रो शहरों में अपनी शाखाएं खोली हैं. एकाधिक फ्रेंचाइजी हैं. सहायकों के साथ व्यापारिक सौदों का अनुपात 70-30 है।

इस कारोबार का ज्यादातर पैसा हवाला के जरिए विदेश जाता था. ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप वही करते हैं, जो वे आमतौर पर करते हैं, यानी बड़ी रकम का लालच देकर ग्राहकों को आकर्षित करना. यह पैसा धोखाधड़ी से कई गुमनाम बैंक खातों में जमा किया गया था।

‘महादेव बेटिंग ऐप’ ने कैसे बिछाया जाल?
ईडी अधिकारियों का यह भी दावा है कि सट्टेबाजी ऐप अपनी कंपनी को बढ़ावा देने के लिए विज्ञापन पर भारी रकम खर्च करता था. ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए सितारों के साथ विज्ञापन किया।

अधिक लोग फ्रेंचाइजी लेने के लिए निवेश करते थे. विज्ञापन और मनोरंजन की देखभाल के लिए एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी और विज्ञापन एजेंसी को 112 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया गया था।

हाल ही में ईडी के अधिकारियों ने मुंबई, भोपाल, कोलकाता में एक साथ तलाशी ली थी. अधिकारियों ने नकदी समेत 417 करोड़ रुपए की संपत्ति बरामद की. ईडी अधिकारियों के मुताबिक, विकास छापरिया नाम का शख्स कोलकाता में इस कारोबार का प्रभारी था।

ईडी के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि सौरभ और रवि द्वारा बनाए गए धोखाधड़ी के इस साम्राज्य का नेटवर्क दूर तक है. फिलहाल वे ‘लापता’ हैं. उनकी तलाश की जा रही है. हालांकि, इस जांच में गायकों समेत 14 टॉप बॉलीवुड सितारे ईडी के रडार पर हैं।

error: Content is protected !!