BJP नेता विनोद तावड़े पर रुपये बांटने का आरोप, FIR में कैश का जिक्र नहीं, इस मामले में दर्ज हुआ केस
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतदान से पहले बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े पर गंभीर आरोप लगा है. उन पर पैसे बांटने का आरोप है. इस मामले में चुनाव आयोग ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. कथित तौर पर पैसे बांटने की ये घटना उस वक्त सामने आई जब तावड़े और स्थानीय नेता राजन नाइक होटल पहुंचे थे. इसी दौरान बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने उनको घेर लिया. दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर हंगामा हुआ है. राजन नाइक विरार सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हैं. उनके सामने बहुजन विकास आघाड़ी ने क्षितिज ठाकुर को उतारा है.
विनोद तावड़े व अन्य के खिलाफ महाराष्ट्र पुलिस ने भी एक्शन लिया है. तूलिंज पुलिस ने बीएनएस की धारा-223 और आरपीटी एक्ट-1951 के सेक्शन-126 के तहत कार्रवाई की है. इसमें विनोद तावड़े और बीजेपी उम्मीदवार राजन सहित करीब 250 लोग आरोपी हैं. ये एफआईआर तूलिंज स्टेशन में कांस्टेबल विक्रम उत्तम पन्हालकर के बयान पर दर्ज हुई है. इसमें पैसे बांटने का कोई आरोप नहीं है. ये कार्रवाई प्रचार खत्म होने के बाद गैर कानूनी तरीके से बाहरी नेता के इलाके में आकर बैठक करने पर हुई है.
कहां क्या बांटा गया? इसकी जानकारी है
कैश कांड को लेकर क्षितिज ठाकुर का आरोप है कि बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े 5 करोड़ रुपये लाए. वहीं, वसई-विरार विधायक हितेंद्र ठाकुर का आरोप है कि पांच करोड़ बांटे जा रहे हैं. मुझे डायरियां मिली हैं. कहां क्या बांटा गया है, इसकी पूरी जानकारी है. खुद पर लगे आरोपों को लेकर विनोद तावड़े की प्रतिक्रिया भी आई है. उनका कहना है किपैसे बांटने का आरोप निराधार है. चुनाव आयोग इस मामले की निष्पक्ष जांच करे.
सत्ता पक्ष पर कार्रवाई करने से डरता है चुनाव आयोग
इस मामले को लेकर महाराष्ट्र का सियासी पारा हाई हो गया है. विपक्ष बीजेपी पर हमलावर है. शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी का खेल खत्म हो चुका है. जो काम चुनाव आयोग को करना था वो काम ठाकुर ने किया है. चुनाव आयोग हमारा बैग चेक करता है लेकिन सत्ता पक्ष पर कार्रवाई करने से डरता है.
विनोद तावड़े की सफाई
इस पूरे मामले में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े का कहना है, नालासोपारा के विधायकों की बैठक चल रही थी. वोटिंग के दिन के लिए आदर्श आचार संहिता, वोटिंग मशीन को कैसे सील किया जाएगा और अगर कोई आपत्ति दर्ज करानी है तो क्या करना है… मैं इसके बारे में उन्हें जानकारी देने पहुंचा था. बहुजन विकास अघाड़ी के कार्यकर्ता अप्पा ठाकुर और क्षितिज को लगा कि हम पैसे बांट रहे हैं. चुनाव आयोग और पुलिस मामले की जांच करे. सीसीटीवी फुटेज की भी जांच हो. मैं 40 साल से पार्टी में हूं. अप्पा ठाकुर और क्षितिज मुझे जानते हैं, पूरी पार्टी मुझे जानती है. फिर भी मेरा मानना है कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए.