November 22, 2024

CG : लोहारीडीह हत्‍या कांड में बेंच का निर्णय, शिवप्रसाद साहू के कंकाल का दोबारा होगा पीएम….

कवर्धा/जबलपुर। छत्‍तीसगढ़ के कवर्धा जिले के सबसे चर्चित लोहारीडीह हत्‍याकांड मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। मध्‍य प्रदेश हाईकोर्ट ने इस पर बड़ा फैसला सुनाया है। लोहारीडीह हत्‍याकांड मामले में अब शिवप्रसाद साहू के कंकाल का पोस्‍टमार्टम किया जाएगा। इसके आधार पर इस मामले की जांच फिर से की जाएगी।

बता दें कि 14 सितंबर को शिवप्रसाद साहू की लाश पेड़ (MP High Court) पर लटकी हुई मध्‍य प्रदेश की सीमा पर मिली थी। इसके बाद गांव में जमकर बवाल हुआ था। वहीं एक उपसरपंच की हत्‍या शंका के आधार पर कर दी गई थी। इस मामले को लेकर सरकार भी पूरी तरह से हिल गई है। अब इस केस में नया अपडेट आया है।

परिवार की मौजूदगी में होगा पीएम
कवर्धा के लोहारीडीह हत्‍याकांड (MP High Court) पर बड़ा अपडेट सामने आया है। जहां शिवप्रसाद साहू की कब्र खोदकर उसके कंकाल निकाले जाएंगे। इसके बाद दोबारा से पीएम होगा। इसको लेकर आदेश मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने दिया है। कोर्ट का फैसला है कि शिवप्रसाद साहू के शव का दोबारा से पोस्‍टमार्टम किया जाएगा। पीएम परिवार की मौजूदगी और एक्सपर्ट टीम के द्वारा किया जाएगा। यह फैसला जस्टिस सुरेश कुमार कैथ व विवेक जैन की डिवीजन बेंच में सुनाया है।

जानें लोहारीडीह हत्‍याकांड में कब क्‍या हुआ
बता दें कि कवर्धा जिले के लोहारीडीह हत्‍याकांड (MP High Court) की बात करें तो 14 सितंबर को लोहारीडीह में शिवप्रसाद साहू नाम के व्‍यक्ति की लाश गांव से करीब 10 किलोमीटर दूर मिली। लाश जिस जंगल में मिली वह मध्‍य प्रदेश का इलाहा है। जहां जंगल में लाश पेड़ से लटकी हुई मिली थी।

युवक की लाश मिलने और उसकी खबर जब गांव में फैली तो लोगों ने बवाल करना शुरू कर दिया। पेड़ पर लटकी मिली लाश को ग्रामीणों ने आत्‍महत्‍या नहीं माना और इसको हत्‍या मानकर गांव में हंगामा शुरू कर दिया। इतना ही नहीं ग्रामीणों ने गांव के ही पूर्व सरपंच रघुनाथ साहू पर हत्या करने का आरोप लगाया। साथ ही उसके मकान को घेर लिया। इसके बाद रघुनाथ साहू के परिजन महिला, पुरुष और बच्चों से मारपीट की। इसके बाद घर को आग के हवाले कर दिया।

पूर्व सरपंच की हो गई थी मौत
इस आगजनी की इस घटना में रघुनाथ साहू के घर अंदर (MP High Court) रखा गैस सिलेंडर फट गया। इसमें पूर्व सरपंच की मौत हो गई। गांव के हालात बुरी तरह से बिगड़ गए थे। स्थिति बिगड़ते देख पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद गांव में भारी पुलिसबल तैनात किया गया। इस मामले में पुलिस ने 69 लोगों को अरेस्‍ट किया। वहीं 160 लोगों पर केस दर्ज किया है। इसके बाद जिन 69 लोगों में पुलिस ने अरेस्‍ट किया था, उनमें से एक विचाराधीन बंदी प्रशांत साहू की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। इस मामले के बाद फिर से लोहारीडीह में हंगामा हुआ, हालांकि पुलिस मोर्चा संभाले हुए थी।

घटना के बाद सरकार का ऐसा था एक्‍शन
लोहरीडीह हत्‍याकांड (MP High Court) की घटना में लापरवाही बरतने के आरोप में IPS विकास कुमार को सस्‍पेंड कर दिया गया।
सीएम विष्णुदेव साय ने मृतक परिवार को 10 लाख मुआवजा देने का ऐलान किया।
कवर्धा एसपी अभिषेक पल्लव का ट्रांसफर कर दिया गया।
इस मामले में कलेक्‍टर पर भी गाज गिरी और कलेक्टर जन्मेजय महोबे का भी ट्रांसफर कर दिया गया।
घटना में कंट्रोल कर पाने में अक्षम 23 पुलिसकर्मियों को भी लाइन अटैच कर दिया गया।

एसआईटी कर रही मामले की जांच
लोहारीडीह घटना (MP High Court) की जांच को लेकर एसआईटी का गठन किया गया है। जिले के एएसपी पंकज पटेल के नेतृत्व में सात सदस्यीय टीम गठित की गई है। यह टीम मामले की जांच कर रही है। इस मामले में छत्‍तीसगढ़ और मध्‍य प्रदेश की पुलिस भी जांच कर रही है। मध्‍य प्रदेश की पुलिस इस मामले में इसलिए जुड़ गई है, क्‍योंकि शिवप्रसाद साहू की लाश मध्‍य प्रदेश की सीमा पर मिली थी। इसी के चलते मध्‍य प्रदेश की हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई हो रही है।

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