March 20, 2025

CG : पत्रकार मुकेश चंद्रकार हत्याकांड में 1200 पेज की चार्जशीट, सुरेश चंद्रकार ने एक दिन पहले कॉल कर बुलाया था

MUKESH
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बीजापुर। छत्तीसगढ़ की बीजापुर पुलिस ने पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या के मामले में मंगलवार को कोर्ट में 1200 पेजों की चार्जशीट दाखिल की। पुलिस ने इस हत्याकंड में चार लोगों को आरोपी बनाया है। फिलहाल चारों आरोपी जगदलपुर जेल में हैं। आरोपियों के खिलाफ इस चार्जशीट में 70 से ज्यादा गवाह के बयान दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार, मुकेश की हत्या मुख्य आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर ने करवाई थी। मुकेश ने ठेकेदार के खिलाफ घटिया सड़क निर्माण के काम को उजागर किया था।

हत्या मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी का नेतृत्व करने वाले अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मयंक गुर्जर ने बताया- “जांच के दौरान, डिजिटल और फिजिकल सबूतों को बारीकी से निगरानी की गई। इस चार्जशीट में उन सभी बातों का उल्लेख किया गया है।” उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं कि सभी चार आरोपियों को अदालत से कड़ी सजा मिले।

20 लाख रुपये का लगा था जुर्माना
उन्होंने हत्या के पीछे की वजह का खुलासा करते हुए कहा- “आरोपी सुरेश इस बात से नाराज था कि मुकेश ने खराब सड़क निर्माण कार्य को उजागर क्यों किया। मामला उजागर होने के बाद उसके खिलाफ जांच हुई थी और ठिकानों पर जीएसटी छापे भी पड़े थे। उस पर लगभग 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया था। हत्या से पहले सुरेश ने मुकेश को कई बार फोन किया था। वह चिंतित था कि उसका साम्राज्य टूट जाएगा। अधिकारी ने बताया कि हत्या से कुछ दिन पहले, सुरेश ने मुकेश से मुलाकात की थी और उसे धमकी दी थी।

1 जनवरी को हुई थी हत्या
मुकेश की हत्या 1 जनवरी की रात को हुई थी। 1 जनवरी से वह लापता था जिसके बाद उसके भाई ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस ने खोज शुरू की थी। 3 जनवरी को मुकेश का शव छतनपारा में सुरेश की एक प्रॉपर्टी में बने सेप्टिक टैंक के पास बरामद हुआ था। पुलिस के अनुसार, सुरेश के भाई रितेश और एक कर्मचारी महेंद्र रामटेके ने हत्या को अंजाम दिया था।

पुलिस का कहना है कि मुकेश को लोहे की रॉड से कई बार मारा गया और फिर उसके शव को टैंक में फेंक दिया गया, जिसे बाद में कंक्रीट से ढक दिया गया था। सुरेश चंद्राकर के भाई रितेश, दिनेश और सुपरवाइजर महेंद्र रामटेके को गिरफ्त में लेने के बाद तीन दिन बाद हैदराबाद से सुरेश को गिरफ्तार किया गया था।

100 करोड़ की लागत से बनी थी सड़क
पूरा मामला बीजापुर जिले के गंगालूर से मिरतुर में 100 करोड़ रुपये की लागत से बनी सड़क का है। मुकेश ने इस सड़क के निर्माण में हुए घोटाले का खुलासा किया था। मुकेश चंद्राकर के खुलासे के बाद सुरेश ने हत्या की साजिश रची थी।

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