मुठभेड़ में 3 लाख का ईनामी नक्सली ढेर, भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद
०० नक्सलियों की सबसे मजबूत दरभा डिवीजन कमेटी का था सदस्य
रायपुर| दंतेवाड़ा जिले में मंगलवार को पुलिस और नक्सलियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में जवानों ने एक नक्सली को ढेर कर दिया है। मुठभेड़ में मारे गए माओवादी की पहचान लखमा कवासी के रूप में की गई है। जो नक्सलियों के सबसे मजबूत दरभा डिवीजन कमेटी के प्लाटून नंबर 31 का सदस्य था। इस पर 3 लाख रुपए का इनाम भी घोषित था। मौके से जवानों ने हथियार समेत भारी मात्रा में विस्फोटक भी बरामद किया है। मामला कटेकल्याण थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस को देर शाम सूचना मिली थी कि कटेकल्याण के जंगल में 10 से 15 की संख्या में हथियारबंद माओवादी मौजूद हैं। इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने दंतेवाड़ा से डीआरजी जवानों की एक टीम को इलाके की सर्चिंग के लिए निकाला था। बताया जा रहा है कि जैसे ही जवान मौके पर पहुंचे तो पहले से ही घात लगाकर बैठे माओवादियों ने जवानों पर फायर खोल दिया। हालांकि, जवानों ने भी माओवादियों की गोलियों का मुंहतोड़ जवाब दिया। करीब आधे घंटे तक चली इस मुठभेड़ में जवानों ने एक हार्डकोर माओवादी को ढेर कर दिया। मुठभेड़ के बाद इलाके की सर्चिंग की गई। सर्चिंग में जवानों ने नक्सली का शव समेत एक देसी पिस्टल, 5 किलो का एक टिफिन आईईडी, विस्फोटक सामान, वायर, नक्सल साहित्य,नक्सल वर्दी, पिट्ठू समेत भारी मात्रा में दैनिक उपयोग का समाना भी बरामद किया गया है।लखमा कवासी कई बड़ी घटनाओं में भी शामिल था। दंतेवाड़ा एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने इसे पुलिस की बड़ी सफलता बताई है।
10 दिन पहले 5 लाख का इनामी को मार गिराया था :- 10 दिन पहले दंतेवाड़ा जिले में ही डीआरजी जवानों ने मुठभेड़ में 5 लाख रुपए के इनामी नक्सली को मार गिराया था। उस दौरान भी जवानों को सूचना मिली थी कि ग्राम बुरगुम के जंगल में बड़ी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी है। इस पर डीआरजी जवानों को एरिया डॉमिनेशन के लिए भेजा गया था। सर्चिंग के दौरान जंगल में पहाड़ी की ओर बढ़ते हुए पहले से घात लगाए नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस पर जवानों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की गई थी। थोड़ी देर चली मुठभेड़ के बाद नक्सली जंगल और पहाड़ी का सहारा लेकर भाग निकले। फायरिंग बंद होने के बाद जवानों ने सर्चिंग शुरू की तो मौके से एक नक्सली का शव बरामद हुआ। उसकी पहचान अरनपुर के बुरगम निवासी अर्जुन उर्फ लखमा सोड़ी (34) के रूप में हुई थी।