सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के चिमलीपेंटा गांव के पास एक युवक का शव फेंका पड़ा था। बताया जा रहा है कि शव एक नक्सली का है, जिसे उसके ही साथी नक्सलियों ने मौत के घाट उतार दिया। बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने जन अदालत लगाकर अपने साथी की हत्या इसलिए कर दी कि वह शादी करना चाहता था। सुकमा एसपी शलभ सिन्हा ने गांव के पास शव फेंके जाने की पुष्टि की है। घोर नक्सल प्रभावित इलाका होने के कारण पुलिस की टीम सतर्कता बरतते हुए घटनास्थल के लिए रवाना हुई।
मिली जानकारी के मुताबिक जिले के कोंटा ब्लाक के घोर नक्सल प्रभावित जगरगुंडा से 8 किलोमीटर दूर स्थित चिमलीपेंटा गांव के पास सुबह एक शव मिला। जिसकी शिनाख्त इरपा नागेश पिता मुत्ता के रूप में हुई। गांव के समीप शव मिलने के बाद आसपास के इलाके में काफी दहशत का महौल हो गया। इधर जानकारी मिलते ही पुलिस अपने मुखबिरों से जानकारी जुटाने में लग गई। क्योंकि जगरगुंडा से 8 किलोमीटर दूर घोर नक्सल इलाका जो खासकर बटालियन वाला इलाका है। इसलिए पुलिस नहीं पहुंच पाई है।
सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक, गांव के पास ही जंगल मे नक्सलियों ने जनअदालत लगाई थी, जिसमें नागेश की हत्या का फरमान सुनाया गया और हत्या कर दी गई। एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि मुखबिर से जो जानकारी सामने आई है, उससे पता चलता है कि मृतक नागेश नक्सल संगठन का सदस्य था और वह संगठन में किसी महिला नक्सली से शादी करना चाहता था। लेकिन नक्सल संगठन नहीं चाहता था कि वह शादी करे। इसलिए उसे मार दिया गया। अभी और जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। नक्सली पहले भी इस तरह की वारदात को अंजाम दे चुके हैं।