December 25, 2024

संसद कांड : आरोपी उगलेंगे हर राज, सीन रिक्रिएट करने के लिए ले जाया जाएगा संसद

SANSD-ATTACK

नईदिल्ली। संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की घटना के मुख्य आरोपी ललित झा समेत सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं. आरोपी ललित कल गुरुवार शाम को ही गिरफ्तार कर लिया गया था. इस बड़ी घटना के बाद दिल्ली पुलिस की ओर से जांच तेज कर दी गई है. सूत्रों का कहना है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जांच के लिए 6 टीमों का गठन किया है. वहीं स्पेशल सेल आरोपियों को संसद में ले जाकर जल्द सीन रिक्रिएट करा सकती है, जिससे पता चल सके कि वे संसद भवन के अंदर कैसे पहुंचे थे.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक स्पेशल सेल की टीम जल्द ही आरोपियों को फिर से संसद ले जा सकती है और पूरे मामले की जांच के लिए सीन क्रिएट करा सकती है. आरोपियों को संसद भवन परिसर में ले जाकर यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि आखिर कड़ी सुरक्षा वाले संसद भवन में किस तरह से घुसे. वे अपने साथ कैसे कलर स्प्रे लेकर गए थे और उन्होंने संसद भवन में इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे दिया. माना जा रहा है कि स्पेशल सेल संसद भवन के गेट से लेकर भवन के अंदर तक आरोपियों को लेकर जाएगी और स्टेप बाय स्टेप सीन को रीक्रिएट कराएगी.

शनिवार को हो सकता है सीन रिक्रिएट
स्पेशल सेल सूत्रों के मुताबिक अभी संसद के शीतकालीन सत्र चलने की वजह से गिरफ्तारी के बाद स्पेशल सेल की टीम अब तक सीन रीक्रिएट नहीं करवा पाई है, लेकिन टीम इस कोशिश में है कि जल्द ही वहां पर सीन रीक्रिएट कराया जाए. लेकिन वह सीन रीक्रिएट ऐसे समय करवा पाएगी जब वहां पर सत्र न चल रहा हो. हालांकि पुलिस के पास एक हफ्ते का वक्त है. लेकिन सूत्रों का कहना है कि स्पेशल सेल की टीम शनिवार या रविवार के दिन सीन रीक्रिएट करवा सकती है क्योंकि उस दिन सत्र नहीं चलता है. सूत्रों के मुताबिक स्पेशल सेल की टीम पकड़े गए आरोपियों को गुरुग्राम के उस फ्लैट पर भी लेकर जाएगी जहां ये लोग मिले थे.

सूत्रों के मुताबिक, संसद की सुरक्षा में सेंध की घटना को अंजाम देने के मामले में महेश नाम का शख्स भी शामिल था. आरोपी ललित झा ने महेश के साथ थाने में सरेंडर किया था. आरोपी महेश भी इस घटना को अंजाम देने में शामिल बताया जा रहा है. सेंधमारी के लिए जिस तरह की साजिश रची गई उसमें ललित झा और महेश की बड़ी भूमिका मानी जा रही है. महेश, राजस्थान के नागौर जिले का रहने वाला है और वह मजदूरी का काम करता है. महेश और आरोपी महिला नीलम के बीच कई बार बात होती रही है. इन सबकी मुलाकात भगत सिंह फैन क्लब पेज पर हुई थी. महेश को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. मामले में अब तक कुल 5 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं जबकि 2 हिरासत में लिए गए हैं.

सूत्रों के मुताबिक जांच में जुटी स्पेशल सेल की टीम ने 50 मोबाइल नंबरों की एक लिस्ट भी तैयार कर ली है, ये वो मोबाइल नंबर हैं जिन पर इन सभी आरोपियों ने पिछले 15 दिनों में बातचीत की थी. स्पेशल सेल की टीम इन नंबरों पर फोनकर उनके बारे में जानकारी ले रही है. स्पेशल सेल की टीम ये जानना चाहती है कि इस पूरे गैंग में क्या 6 या 7 लोग ही हैं या फिर और लोग भी हैं, जो बाहर से इन लोगों की मदद कर रहे हैं.

जांच के लिए 6 टीमों का गठन
दूसरी ओर, सूत्रों का कहना है कि स्पेशल सेल ने जांच के लिए 6 टीमों का गठन किया है. ये सभी टीमें लखनऊ, कर्नाटक (मैसूर), राजस्थान, मुंबई और हरियाणा में आरोपियों के लोकेशंस पर जाएंगी. माना जा रहा है कि इन सभी लोकेशंस पर आरोपियों ने अपनी मूवमेंट की थी.

घटना को अंजाम देने के लिए लखनऊ में स्पेशल ऑर्डर देकर दो जोड़ी जूते तैयार करवाए गए थे क्योंकि इन आरोपियों को पता लग गया था कि संसद में जूते की चेकिंग नहीं की जाती है. उनके लिए यह बेहद आसान रास्ता लगा और जूते में रखकर स्प्रे पाउडर को ले जाने का प्लान बनाया गया.

गुरुग्राम के घर में ताला लगा
वहीं आरोपी गुरुग्राम में जिस विशाल उर्फ विक्की के घर में ठहरे हुए थे, वह देर रात अपनी पत्नी और बच्ची के साथ घर से निकल गया तथा ताला लगाकर गायब हो गया. स्पेशल सेल की टीम ने विशाल उर्फ विक्की और उसकी पत्नी के साथ भी पूछताछ की है, जिसके बाद दोनों अपने घर वापस लौट गए थे. कहा जा रहा है कि पुलिस की पूछताछ के बाद मीडिया उसके घर पर पहुंची थी और दिनभर वहीं बनी रही. इसीलिए वे मीडिया से बचकर किसी रिश्तेदार के यहां चला गया है. वह किसी से बात नहीं कर रहा है.

इस बीच सूत्रों के मुताबिक, महेश और कैलाश आपस में चचेरे भाई हैं. ललित झा जब 13 दिसंबर को फरार हुआ था तो वो सीधा महेश और कैलाश के साथ संपर्क में बना रहा था. महेश ने ही ललित को छिपने के लिए कमरे का इंतजाम करवाया था ताकि पुलिस उस तक न पहुंच सके. साथ ही सभी मोबाइल फोन गायब करने में महेश और कैलाश की ही भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है.

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