इंश्योरेंस कंपनी के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने किया पर्दाफाश
रायपुर| दुर्ग पुलिस ने इंश्योरेंस कंपनी के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के सदस्य फर्जी कॉल सेंटर के माध्यम से ऑनलाइन ठगी करने का काम करते थे। छत्तीसगढ़ के युवक से करीब 16 लाख रुपए की ठगी के बाद मामले की शिकायत थाने में की गई। इसके बाद छत्तीसगढ़ की दुर्ग पुलिस ने दिल्ली से 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से दर्जनों एटीएम् कार्ड समेत अन्य जरूरी सामान भी बरामद किया गया है। चारों आरोपी ठगी के पैसों से कपड़ा का व्यापार करते थे।
दुर्ग पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, जिले के मोहन नगर थाना में सिकोला भाठा के रहने वाले प्रभाकर राव दानीकर ने 16 जुलाई 2021 को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उनके साथ 16 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी हुई है। अज्ञात व्यक्तियों ने अलग-अलग मोबाइल नंबर से उन्हें कॉल किया। फिर टैक्स, जीएसटी, प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर गुमराह कर बैंक खातों में अलग-अलग दिनांक को अलग-अलग किस्तों में कुल 16 लाख 15 हजार रुपए ट्रांजेक्शन करवा कर धोखाधड़ी कर लिए। ऍफ़आईआर के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और इसकी जांच में जुट गई। युवक के पास जिस नंबर से कॉल आया था और उसने जिस अकाउंट में पैसे ट्रांजेक्शन किए थे उसकी साइबर सेल की टीम ने जांच करी। जिसमें पता चला कि ठग एक फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे। और इसी कॉल सेंटर से वे कइयों को कॉल करते और उन्हें अपने जाल में फंसाते थे। पुलिस को जानकारी मिली थी कि आरोपी पिछले 3 सालों से प्रभाकर राव को इंश्योरेंस का पैसा मिलना है कह कर अलग -अलग नंबरों से कॉल करते थे। और किस्तों में पैसों जमा करवाते थे। प्रभाकर ने जो पैसे ट्रांसफर किए थे उन्हें दिल्ली के एटीएम् से निकाले गए थे। यह क्लू मिलने के बाद जवानों की 3 टीम को दिल्ली भेजा गया था। मुखबिर से पुलिस को पता चला था कि आरोपी कुछ ठिकानों पर हमेशा जाते हैं। संदेह के आधार पर आरोपी जिन-जिन जगहों पर जाया करते थे पुलिस उन जगहों पर नजर बनाकर रखी हुई थी। दिल्ली के किलोकारी में किराया लेने के नाम पर आरोपियों के संबंध में टीम को पुख्ता जानकारी मिली थी। टीम अलग-अलग तरह से बहरूपिया बनकर आरोपियों के संबंध में संपूर्ण जानकारी प्राप्त की। जिसके बाद 3 टीम बनाकर एक घर में रेड की कार्रवाई की गई, जहां से आरोपी साजिद जफर, सलीम जफर, राजू यादव और रंजन कुमार यादव को गिरफ्तार किया गया। जिन्हें छत्तीसगढ़ लाया गया।