गांजा की तस्करी कर रहे थे पुलिसकर्मी, हिरासत में कांस्टेबल और डायल 112 ड्राइवर ने कबूले अपराध

दुर्ग। छत्तीसगढ़ जिले के दुर्ग जिले में दो पुलिसकर्मियों को गांजा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. गांजा तस्करी के आरोप में हिरासत में लिए गए कांस्टेबल और डायल 112 ड्राइवर ने पूछताछ में अपने अपराध कुबूल लिए हैं. पुलिस विभाग से जुड़े कर्मियों के गांजा की तस्करी में जुड़े होने की खबर से पूरे महकमे में हड़कंप मच गया.
गांजा तस्करी के आरोप में हिरासत में लिए गए कांस्टेबल विजय धुरंधर और डायल 112 ड्राइवर अनिल टंडन ने पूछताछ में अपने अपराध कुबूल को पूरे महकमे को चौंका दिया. दुर्ग एसपी ने तत्काल प्रभाव से आरक्षक विजय धुरंधर को निलंबित कर दिया है और गांजा भी जब्त कर लिया है.
कार से बरामद हुई गांजे की तीन बोरी, जब्त दिखाई सिर्फ दो बोरी
रिपोर्ट के मुताबिक पुरैना इलाके में संदिग्ध वाहनों की चेकिंग के दौरान एक एक्सयूवी कार से 18.792 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया था. गांजा तस्करों ने पुलिस से बताया कि उनकी कार में गांजे की तीन बोरियाँ थीं, लेकिन पुलिस ने सिर्फ दो बोरियाँ जब्त दिखाईं, जबकि तीसरी गांजे की बोरी अपने पास रख ली थी.
पुलिस कांस्टेबल और डायल 112 चालक ने स्वीकार किया अपराध
भिलाई-3 थाने में बतौर आरक्षक तैनात विजय धुरंधर ने पुलिस हिरासत में स्वीकार किया है कि उसने एसयूबी कार से बरामद की गई तीन गांजे की बोरियों में से एक बोरी गांजा अपने पास रख ली थी, जिसमें उसका साथ दिया डायल 112 के चालक अनिल टंडन ने दिया था.
जैसे ही पुलिस को यह जानकारी मिली दोनों कांस्टेबल विजय धुरंधर और डायल 112 ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ किया. दोनों ने पूछताछ के दौरान गांजे की तस्करी में अपना अपराध स्वीकार कर लिया. पुलिस ने दोनों के पास से गांजा और एक मोबाइल फोन जब्त किया.
मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि आरोपी कांस्टेबल विजय धुरंधर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और मामले की गहन जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन साफ कर चुका है कि भ्रष्टाचार और अपराध में लिप्त किसी भी पुलिसकर्मी को बख्शा नहीं जाएगा.