रायपुर में रक्त चंदन सहित पौने 2 करोड़ से अधिक की लकड़ी जब्त
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में वन विभाग ने हाल के वर्षों में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए भनपुरी से पौने दो करोड़ रुपए से अधिक की अवैध लकड़ी बरामद की है। वन विभाग की यह कार्रवाई 3 जनवरी से शुरू हुई जो बेहद खामोशी के साथ 6 जनवरी तक चलती रही।
वन विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें पिछले कई सालों में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई है। खास बात ये है कि जब्त लकड़ियों में करीब सवा करोड़ रुपए मूल्य की रक्त चंदन लकड़ी है, और छत्तीसगढ़ में इसका व्यापार प्रतिबंधित है।
बताया गया है कि यह कार्रवाई वनमंत्री मोहम्मद अकबर के निर्देश पर रायपुर परिक्षेत्र वनमंडल द्वारा की गई है। सूत्रों के अनुसार इस संबंध में मुखबिर से सूचना मिली थी। सूचना के बाद वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों ने उमिया मार्केट भनपुरी में मूनलाइट कैंपस पर निगरानी शुरू की थी।
साक्ष्य जुटाने के लिए वन विभाग के लोगों ने कैमरे लगाकर अंदर की स्थिति की फोटोग्राफी भी की थी। 3 जनवरी की शाम वहां छापा मारा गया। बताया गया है, जिस जगह लकड़ी रखी गई थी, वह कैम्पस संजय गुप्ता का है। उन्होंने एग्रीमेंट कर ओडिशा बरगढ़ निवासी संजय छापड़िया को किराए पर दी थी, लेकिन इस बार में वन मंडलाधिकारी से स्वीकृति नहीं ली गई थी। 3 तारीख को छापा मारे जाने के बाद शाम होने के कारण कार्रवाई नहीं की गई। अगले दिन 4 जनवरी को सुबह पंचनामा तैयार किया गया।
संजय गुप्ता व संजय छापड़िया की अनुपस्थिति में गोदाम तोड़कर कार्रवाई की गई। इसके बाद 4 से 6 जनवरी के बीच 32 ट्रिप जब्तशुदा लकड़ी का परिवहन बरोंड़ा डिपो के लिए किया गया है। इस डिपो में अभी भी लकड़ी की माप का काम किया जा रहा है।