6 की मौत : ओडिशा में फिर रेल हादसा; जाजपुर यार्ड में ट्रेन की चपेट में आने से 6 मजदूरों की मौत, दो घायल
जाजपुर। ओडिशा में जाजपुर यार्ड में ट्रेन की चपेट में आने से 6 मजदूरों की मौत हो गई और दो घायल हो गए। इन मजदूरों ने हवा और बारिश से सुरक्षा पाने के लिए स्थिर रेक के नीचे शरण ली थी। विश्वजीत राशु, सीपीआरओ ईस्ट कोस्ट रेलवे ने बताया कि तेज हवा के कारण रेक उसके नीचे शरण ले रहे मजदूरों के ऊपर लुढ़क गया। घटना की उच्च स्तरीय जांच की जाएगी।
ओडिशा सीएमओ ने बताया कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज दोपहर जाजपुर रोड स्टेशन पर रेलवे के काम में लगे छह मजदूरों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। सीएम ने इस हादसे में घायल हुए दो लोगों को उचित इलाज मुहैया कराने का आदेश दिया।
ओडिशा के जाजपुर रोड रेलवे स्टेशन पर बुधवार को बड़ा दर्दनाक हादसा पेश आया है। यहां एक मालगाड़ी से कटकर कम से कम 6 मजदूरों की मौत हो गई है जबकि तीन अन्य गंभीर रुप से घायल हो गए हैं। घायलों को इलाज के लिए तुरंत ही नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार जारी है। एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी है।
जानकारी के अनुसार, मजदूरों ने भारी बारिश से बचने के लिए खड़ी हुई मालगाड़ी के नीचे शरण ली थी कि तभी अचानक बिना इंजन के मालगाड़ी चल पड़ी और मजदूरों को उसके नीचे से निकलने का मौका नहीं मिला। रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा, “अचानक आंधी चली। मजदूर बगल की रेल लाइन पर काम कर रहे थे जहां एक मालगाड़ी खड़ी थी।
#WATCH | Odisha: 6 labourers died and two were injured after a rake of a train ran over them in Jajpur yard. These labourers took shelter under the stabled rake to get protection from the wind and rain. Due to strong wind, the rake rolled over the labourers who were taking… pic.twitter.com/uMeDLl8iD4
— ANI (@ANI) June 7, 2023
उन्होंने इसके नीचे शरण ली, लेकिन दुर्भाग्य से मालगाड़ी जिसमें इंजन नहीं लगा था वह चलने लगी जिससे दुर्घटना हुई।” उन्होंने कहा, “इस दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए।” जाजपुर के स्थानीय लोगों ने हालांकि दावा किया कि दो और घायलों ने भी दम तोड़ दिया। यह घटना ओडिशा के बालासोर जिले में भीषण रेल हादसे के पांच दिन बाद हुई, जिसमें 288 लोगों की मौत हो गई थी।