September 19, 2024

‘रवीना टंडन’ की ‘स्पेशल-8’ गैंग ने आशिक मिजाज लखपतियों का किया शिकार, ऐसे पकड़े गए हर किरदार

बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में पुलिस ने एक सेक्सटॉर्शन गैंग का खुलासा किया है। इस गैंग के निशाने पर हाई प्रोफाइल लोग होते थे। लोगों को ट्रैप करने के लिए चेहरा रवीना टंडन बनती थी और वसूली का काम उससे जुड़े लोग करते थे। इसमें वकील से लेकर पत्रकार तक शामिल हैं। अभी तक की जांच में यह बात सामने आई है कि इस गिरोह ने 41 लाख रुपए से अधिक की वसूली की है। रवीना टंडन, दुर्गा टंडन, वकील, पत्रकार और पूर्व विधायक प्रतिनिधि समेत कुल आठ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामला उजागर होने के बाद पांच पीड़ित ने अब तक शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

ऐसे हुआ मामले का खुलासा : यह मामला तब सामने आया है, जब बालौदाबाजार के एएसपी अभिषेक सिंह के पास कारोबारियों ने ब्लैकमेल की शिकायत की थी। इसके बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू की। साथ ही लोगों से अपील की कि अगर आप पीड़ित हैं तो शिकायत करें। आपका नाम गुप्त रखा जाए। इस दौरान हनीट्रैप गैंग में पैसे बंटवारे को लेकर विवाद शुरू हो गया। इसकी खबर पुलिस तक पहुंच गई।

पांच लोगों ने की शिकायत : पुलिस ने जब मामले की पड़ताल शुरू की तो धीरे-धीरे लोग अपनी शिकायत लेकर आने लगे। वे ये लोग थे जो इस गैंग के शिकार हुए थे। गैंग के लोगों ने इनसे लाखों रुपए की वसूली की थी। इनके ट्रैप में फंसे लोग हाईप्रोफाइल थे, जैसे रिटायर्ड बैंक अधिकारी, कारोबारी और सरकारी कर्मचारी। ये लोग वैसे ही लोगों को अपना टारगेट बनाते थे, जिनके पास अधिक रुपए होते थे।

वकील भी था शामिल : रवीना टंडन और उसके गिरोह के लोगों का यह काम कई महीनों से चल रहा था। सामाजिक डर की वजह से कई लोग पैसे देकर पीछा छुड़ा लेते थे। जांच के दौरान यह जानकारी आई कि करीब तीन साल से ये लोग ऐसा काम कर रहे थे। पुलिस ने इस केस में सबसे पहले वकील महान मिश्रा को ही गिरफ्तार किया था। अप्रैल महीने से जारी कार्रवाई अभी भी चल रही है। अभी तक कुल 8 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।

लक्ष्मीकांत था मास्टरमाइंड : इस गिरोह में पत्रकार से लेकर कॉलगर्ल तक शामिल थी। पुलिस की जांच में यह पता चला है कि लक्ष्मीकांत केशरवानी ही मास्टरमाइंड था। इसे पुष्पमाला के साथ गिरफ्तार किया गया है। वह टिफिन सेंटर चलाने का काम करता था। लक्ष्मीकांत ही शहर में वैसे लोगों की रेकी करता था जो अकेले रहते थे। ऐसे लोगों की जानकारी वह दुर्गा टंडन और उसके पति को देता था। इनके बारे में बताया जा रहा है कि ये लोग शहर में कॉल गर्ल की सप्लाई करते थे।

आशिक मिजाज लोगों की होती थी तलाश : गिरोह के लोगों के निशाने पर आशिक मिजाज लोग होते थे। जैसे जिनकी पत्नी न हो, सिंगल्स हो और एकाकीपन दूर करना चाहते हो। लक्ष्मीकांत वैसे लोगों का भरोसा जीतता था। साथ ही हसीनाओं से मिलवाने का वादा करता था। उनके हामी भरने के बाद उन तक लड़कियों को भेजता था।

हाई प्रोफाइल लोगों के पास रवीना को भेजता : रवीन टंडन भी इन्हीं लोगों के साथ जुड़कर काम करती थी। ग्राहकों की डिमांड पर उनके सामने सज धजकर रवीना टंडन और पुष्पमाला जाती थी। इसके अलावे अन्य लड़कियों को भी इनके पास भेजते थे। ग्राहकों से मिलने के लिए ये लोग होटल या किसी निजी जगह पर जाती थीं।

बना लेती थी आपत्तिजनक वीडियो : होटल के कमरे में संबंध बनाते वक्त बड़े लोगों के साथ रवीना टंडन और अन्य महिलाएं आपत्तिजनक वीडियो बना लेती थीं। इसके बाद उनसे उगाही के लिए अश्लील वीडियो दिखाते थे। वीडियो के जरिए ही उनसे वसूली शुरू हो जाती थी। औकात के हिसाब से लोगों से पैसों की डिमांड की जाती थी।

हेड कॉन्स्टेबल भी था शामिल : वहीं, इस गिरोह में मुख्य काम आशीष शुक्ला करता था। आशीष ही लोगों को वीडियो दिखाकर पैसे की वसूली करता था। अगर कोई पुलिस में जाने की धमकी देता तो हेड कॉन्स्टेबल अंजोर सिंह मांझी आ जाता था। उसे भी वसूली की राशि में हिस्सेदारी मिलती थी। बालौदाबाजार पुलिस ने उसके भी गिरफ्तार किया है। आने वाले दिनों में और भी खुलासे हो सकते हैं।

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