VIDEO : बेमेतरा में बवाल; कांग्रेस और क्रांति सेना के कार्यकर्ता आपस में भिड़े, बेरला थाने में मामला दर्ज़

बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में कांग्रेस कार्यकर्ता और छत्तीसगढ़िया सेना के बीच झड़प हो गई। सरदा में रंगमंच उद्घाटन में पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा को मुख्य अतिथि के रूप में बुलाने पर क्रांति सेना ने इसका विरोध किया। जब यह विरोध लोकतान्त्रिक न होकर वादविवाद की तरफ बढ़ा तब दोनों पक्ष आपस में भीड़ गए।
बेमेतरा के पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा के मुख्य आतिथ्य में सरदा गांव में कार्यक्रम का आयोजन होना था. लेकिन कार्यक्रम को लेकर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि आशीष छाबड़ा को बनाए जाने के कारण कार्यक्रम का विरोध जताया. जिसके बाद कांग्रेस समर्थित ग्रामीणों के साथ क्रांति सेना के कार्यकर्ताओ का विवाद शुरू हो गया.
विरोध इतना बढ़ा कि, बात मारपीट तक आ गई। इस झड़प में दोनों पक्षों के कुछ लोगों को चोटे आयी हैं। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बेरला थाने में छत्तीसगढ़ीया क्रांति सेना के कथित कार्यकर्ताओं के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज करवाया।

मारपीट की घटना के बाद पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा और सरदा गांव के लोग देर रात बेरला पुलिस थाना पहुंचे. इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं भी मौजूद रही. सभी ने छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के कार्यकर्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. मामले को लेकर बेरला के SDOP तेजराम पटेल ने बताया कि पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा के साथ कांग्रेसी कार्यकर्ता और ग्रामीण महिलाओं ने थाने में आकर शिकायत किया है. मामले को लेकर पुलिस अपराध दर्ज किया है. आगे की कार्रवाई जारी है.
वहीं छत्तीसगढ़िया क्रांति सेवा के संयोजक अमित बघेल के देर रात लव लश्कर के साथ बेमेतरा पहुंचे। इसके बाद इलाके में बवाल मच गया। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के बवाल का वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। वीडियो में छत्तीसगढ़ी क्रांति सेना के लोग बेमेतरा शहर के अंदर एक कार चालक को दौड़ाते हुए नजर आ रहे हैं। शहर में हो रही घटना की खबर जैसे ही कांग्रेस को लगी तो कांग्रेस कार्यकर्ता सैकड़ों की संख्या में बेमेतरा पहुंचे जिसके बाद छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना को बेमेतरा से बाहर किया गया।
बहरहाल शहर की शांत फ़िज़ा में वो कौन लोग हैं जो ज़हर घोलने का काम कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन को समय रहते ऐसे असमाजिक तत्वों को कानूनी सबक सिखाना पड़ेगा अन्यथा जिले के बाहर से आकर कुछ लोग यहाँ अपनी राजनितिक रोटी सेकने में लग जायेंगे।