शराब पार्टी विवाद में सस्पेंड पुलिसकर्मी बहाल, बीजेपी नेता के शराब पीने की पुष्टि से गरमाई राजनीति
बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिलान्तर्गत पलारी थाने के बाहर शराब पार्टी विवाद के बाद पलारी थाना के सस्पेंडेड तीन पुलिसकर्मियों को फिर बहाल किया गया है. जांच में यह भी सामने आया कि नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा शराब पीने के दोषी पाए गए. उनकी मेडिकल रिपोर्ट (एमएलसी) भी पॉजिटिव आई है. इस पूरे घटनाक्रम से प्रशासन और राजनीतिक गलियारे में हलचल मचा दी है.
पुलिसकर्मियों का सस्पेंशन ऑर्डर कैंसिल : बलौदाबाजार एएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि पलारी हंगामा मामले में जो दो आरक्षक और एक थाना प्रभारी को सस्पेंड किया गया था. अब वह उनका सस्पेंशन वापस हो गया है. नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा के खिलाफ शराब पीने का आरोप था. जिसके बाद यशवर्धन वर्मा का एमएलसी कराया गया है, जिसमें शराब पीने की पुष्टि हुई है. जांच रिपोर्ट के आधार पर निलंबित तीन पुलिसकर्मियों का सस्पेंशन ऑर्डर कैंसिल किया गया है.
तीन पुलिसकर्मियों के जांच में किसी प्रकार की अनुशासन हीनता नहीं पाई गई, जिसके चलते उनको बहाल किया गया है. जांच अधिकारी राजेश श्रीवास्तव हैं. टीआई केशर पराग बंजारा, आरक्षक राममोहन राय और आरक्षक मनीष बंजारे, तीनों को बहाल कर दिया गया हैं. तीनो की पोस्टिंग भी की गयी हैं. टीआई को लवन थाना प्रभारी, यातायात में मनीष बंजारे, राममोहन राय को लवन थाना में पोस्टिंग दी गई है. अभी जांच चल रही हैं, जो भी तथ्य आएंगे, उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी. : अभिषेक सिंह, एएसपी, बलौदाबाजार
बीजेपी नेताओं पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप : कांग्रेस जिलाध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर का इस केस के संबंध में कहना है कि पुलिस के जांच रिपोर्ट में साफ तौर पर बताया जा रहा है कि पलारी नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा शराब का सेवन किए थे. इसके साथ पुलिस पर जो आरोप लगाए थे, जांच में अनुशासनहीनता नहीं पाया गया. इसलिए तीनों पुलिस कर्मियों का बहाल हो गया.
यह तो साफ है कि भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ सनम जांगड़े ने देर रात थाने में अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ हंगामा किया. डिप्टी सीएम को फोन लगाए और गलत जानकारी दिया. दबाव बनाकर ईमानदार पुलिस कर्मियों का सस्पेंड करवा दिया. भाजपा के नेताओं ने सत्ता का दुरुपयोग करते हुए अपना धौंस दिख रहे थे. दादागिरी दिखा रहे थे. थाने के अंदर पुलिस कर्मियों को धमका रहे थे. : हितेंद्र ठाकुर, कांग्रेस जिलाध्यक्ष, बलौदाबाजार
“सत्ता का दुरुपयोग करने वालों के मुंह पर तमाचा” : पुलिस विभाग का यह यू टर्न तब आया, जब एकतरफा कार्रवाई के चलते सरकार की किरकिरी होने लगी. विपक्ष ने इस मामले को लेकर कड़ी आलोचना की. कांग्रेस जिलाध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी नेताओं के दबाव में पुलिसकर्मियों के खिलाफ बिना उचित जांच के सख्त कदम उठाए गए थे.
इस घटना से यह साबित होता है कि यह नेता सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं, जिससे सरकार की छवि खराब हो रही है. यह आम जानता ने देखा है. इस कार्रवाई को लेकर क्षेत्र के लोगों में काफी ज्यादा गुस्सा था. यहां सत्ता का दुरुपयोग करने वाले लोगों के मुंह पर तमाचा पड़ा है. : हितेंद्र ठाकुर, कांग्रेस जिलाध्यक्ष, बलौदाबाजार
क्या है पूरी घटना : पलारी पुलिस थाना के सामने कुछ लोग खुलेआम शराब पी रहे थे. इनमें स्थानीय बीजेपी नेता और नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा भी शामिल थे. उन्हें रोकने गए पुलिसकर्मियों के साथ उन्होंने अभद्र व्यवहार किया. जिसके बादभाजपा जिलाध्यक्ष सनम जांगड़े अपने कार्यकर्ताओं के साथ पलारी थाना पहुंचे. इस दौरा पुलिसकर्मियों व भाजपा समथकों के बीच 2 घंटे तक थाने में हंगामा चलता रहा.