CG : शादी से 2 दिन पहले हुई दुल्हन की हत्या, आधी रात को मिलने के लिए बुलाया मंगेतर, फिर…
दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। अपनी शादी के दो दिन पहले दूल्हे ने अपनी होने वाली दुल्हन की हत्या कर दी। उसने आधी रात को अपनी मंगेतर को तालाब में मिलने के लिए बुलाया था। इस दौरान विवाद होने पर युवक अपनी होने वाली पत्नी को मारकर तालाब में फेंक दिया। पहले लड़की के परिजन इसे आत्महत्या समझ रहे थे, लेकिन पुलिस ने जब पूरे मामले की बारीकी से जांच की तो हत्या की बात सामने आई। घटना मेडेसरा गांव की है।
पुलिस ने आरोपी दूल्हा को गिरफ्तार कर लिया। नंदिनी पुलिस ने आरोपी दूल्हे बीरेभाट निवासी हुमन जोशी (24 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी दूल्हे की 12 जुलाई को मृत युवती मेडेसरा निवासी तेजश्वनी जोशी के साथ शादी होनी थी। इससे पहले ही 10 जुलाई को तेजश्वनी की हत्या कर दी। घटना को लेकर नंदिनी पुलिस ने बताया कि जब आरोपी युवक ने युवती को आधी रात को मिलने के लिए बुलाया, तो इस दौरान शादी की बात को लेकर दोनों के बीच जमकर विवाद हो गया। इस दौरान युवती सीढ़ियों पर गिरकर बेहोश हो गई। उसे मरा हुआ समझकर होने वाले पति ने तालाब में फेंक दिया। 10 जुलाई की सुबह युवती की तालाब के पानी में तैरती हुई लाश मिली थी।
पुलिस ने सीन रिक्रिएट कराया
आरोपी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि 9 जुलाई की देर रात दोनों तालाब के किनारे मिले थे। वहां दोनों के बीच विवाद हुआ था। इस दौरान तेजश्वनी तालाब की सीढ़ियों पर गिर गई और बेहोश हो गई। मुझे लगा कि वह मर गई गई है, इसलिए डरकर उसने तेजश्वनी और मोबाइल को तालाब में फेंका और भाग निकला। दुर्ग सिटी एएसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सिर पर चोट के निशान मिले थे। लिहाजा पुलिस ने हत्या के एंगल पर ही जांच शुरू की। कॉल डिटेल और लोकेशन के आधार पर सबसे बड़ा सस्पेक्ट हुमन जोशी था। हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसने हत्या करने की बात स्वीकार की। पुलिस तालाब से मोबाइल रिकवर करने में जुटी है।
10 जुलाई को मिली थी लाश
मेडेसरा गांव के ही तालाब में 11 जुलाई को तेजश्वनी की लाश मिली थी। तब आशंका जताई जा रही थी कि शायद वह शादी से खुश नहीं थी, इसलिए तालाब में कूदकर उसने आत्महत्या की होगी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया और जांच शुरू कर दी। मेडेसरा निवासी राजेश जोशी अपनी दो बेटियों तेजश्वनी, उसकी बड़ी बहन और भाई गजपाल की शादी एक साथ करने वाले थे। जिस दिन उसकी लाश मिली उसी दिन भाई की बारात जाने वाली थी। तेजश्वनी की लाश मिलने के बाद सारी रस्में रोक दी गईं।