सूदखोरों की शामत : तोमर बंधुओं पर पुलिस का शिकंजा, अकाउंटेंट हुआ गिरफ्तार, एक और एफआईआर दर्ज
रायपुर। राजधानी के गुंडे बदमाश रोहित सिंह तोमर और रूबी तोमर के खिलाफ पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. पुलिस ने सुदखोर तोमर बंधुओं के अकाउंटेंट को पांच साल के बाद गिरफ्तार किया है. आरोपी अकाउंटेंट सूदखोरी अवैध कमाई का लेखा-जोखा रखता था. रोहित और रूबी तोमर 5 लाख रुपये के ब्याज को 2 करोड़ रूपए में बदलने में माहिर थे. गुंडा-बदमाश रोहित सिंह तोमर गोलीकांड के मामले में जेल के चौदह नंबर बैरक में बंद है. लेकिन अब इनकी उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. रोहित और रूबी तोमर के खिलाफ गुढ़ियारी थाना में भी अपराध दर्ज किया गया है.
जानकारी के मुताबिक, रोहित और रूबी तोमर पीड़ित को पांच लाख का कर्ज दिए थे जिसके बदले में दो करोड़ पांच लाख की वसूली कर रहे थे. हैरानी की बात यह है कि आरोपी कई सालों से रायपुर में ही रह रहा था. तोमर बंधुओं के वर्चस्व को देखते हुए पुलिस उस पर हाथ नहीं लगा रही थी. लेकिन अब गोली कांड के बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई शुरू कर दी है.
करोड़ों की सूदखोरी का पूरा मामला
प्रार्थी जय कुमार बदलनी निवासी जमा मस्जिद के सामने हलवाई लाइन थाना सिटी कोतवाली रायपुर ने पांच वर्ष पहले लिखित शिकायत की थी. इसमें प्रार्थी ने रोहित सिंह तोमर और रूबी तोमर से अपने ज्वेलरी दुकान में पैसे की कमी होने से पांच लाख रुपये ब्याज में कर्ज के तौर पर लिया था. जिसका 1,75,000 रुपये उन्होंने तत्काल ब्याज के तौर पर जमा कर दिया बाकी तीन लाख 25 हजार रुपये किस्तों में दिया गया. इसके बाद तोमर बंधु लगातार 5000 ले जाते थे, जिसका हिसाब करने कहने पर उनके द्वारा अभी और पैसा है कर चले जाते थे. सोना खरीदने पर कुछ रकम देकर बाकी हिसाब में जोड़ देना कहा जाता था.
इसके बाद सूदखोरों ने बताया कि दो करोड़ पांच लाख रुपये हिसाब में हैं. पैसे नहीं देने पर बेटे को जान से मारने की धमकी देने लगे. जिस पर प्रार्थी ने अपराध कायम करवाया था. इस पूरे मामले में पांच आरोपी रोहित सिंह तोमर, वीरेंद्र सिंह तोमर रोहित उर्फ रूबी सिंह तोमर, कमल नारायण कुर्रे, विनोद चौरसिया और आर्यन उर्फ संतोष हबलानीको को गिरफ्तार कर लिया गया था. आरोपी वेद प्रकाश सिंहा फरार चल रहा था. जिसे अब 5 साल बाद गिरफ्तार किया गया है.
सूदखोरी का एक और अपराध दर्ज
रायपुर के गुढ़ियारी थाना में सूदखोरी का एक और मामला रोहित तोमर पर दर्ज किया गया है.. आरोपी रोहित और योगेश सिंहा पर कर्जा एक्ट, मारपीट, अपहरण सहित अन्य धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया गया है. आरोपी रोहित तोमर क्लब में हुए गोली कांड में जेल में बंद है. राम नगर निवासी रामकुमार गुप्ता ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है. प्रार्थी ने बताया कि तीन वर्ष पहले रोहित तोमर से एक लाख रुपये कर्ज के रूप में लिए था. अब तक 30 लाख रुपये दे चुका था. इसके बाद भी लगातार पैसे की मांग की जा रही थी. वहीं पैसे नहीं होने पर कई बार सोने के जेवर भी आरोपित लेकर गए हैं. प्रार्थी ने बताया कि कई बार जब उसने देने को मना किया तो गुंडों के घर पहुंच कर मारपीट की गई. इसके अलावा अपने साथ जबरन बैठाकर ले गए. वहां मारपीट और जान से मारने की धमकी देकर छोड़ दिया गया.
हाईपर क्लब में गोलीकांड का मामला
ग़ौरतलब है कि सुदखोर रोहित सिंह तोमर पिछले दिनों वीआईपी रोड स्थित हाईपर क्लब में गोलीकांड के मामले में जेल में बंद है. प्रेमिका के चक्कर में पुरानी रंजिश में रोहित सिंह तोमर विकास अग्रवाल से विवाद कर लिया था. जिसके बाद क्लब में आधीरात गोली चला दी गई. पुलिस ने पूरे मामले में चार आरोपियो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर लखन पटले ने बताया कि रोहित सिंह और रूबी सिंह तोमर गुंडा बदमाश है. आरोपियो के विरुद्ध शहर के विभिन्न थाना में सूदखोरी, अपहरण, मारपीट, अवैध वसूली, हत्या का प्रयास जैसे 9 अलग-अलग अपराध दर्ज है. आरोपियो के विरुद्ध जिला बदर की कार्रवाई की जाएगी.