कौन है 40 लाख का इनामी नक्सली कमांडर हिडमा? जिसके गढ़ में सुरक्षाबलों ने पहली बार फहराया तिरंगा
सुकमा। सुरक्षाबलों ने बीते 17 फरवरी को छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर (Bastar) में स्थित पूवर्ती गांव में नया पुलिस कैंप खोलकर खतरनाक नक्सली कमांडर हिडमा के सीने में तिरंगा गाड़ दिया. बता दें कि आजादी के बाद पहली बार है, जब पूवर्ती में तिरंगा फहराया गया है. दरअसल, टॉप मोस्ट वांटेड नक्सली माडवी हिडमा (Madvi Hidma) का गांव होने की वजह से पूवर्ती में नक्सली अपनी समानांतर सरकार चला रहे थे. इतना ही नहीं यहां से सुरक्षाबलों के खिलाफ रणनीति तैयार की जाती थी. ऐसे में आज जानते हैं कि कौन है खतरनाक नक्सली कमांडर हिडमा ? जिसने लाल आतंक से बस्तर को तबाह कर दिया था.
कौन है खतरनाक नक्सली कमांडर माडवी हिडमा?
हिडमा का जन्म दक्षिण सुकमा (South Sukma)के पुवार्ती गांव में हुआ था. वो बीजापुर (Bijapur) में एक स्थानीय जनजाति से संबंध रखता है. कहा जाता कि माडवी हिडमा साल 1996 से नक्सलियों से जुड़ा और तबसे कई निर्दोष लोगों की जान ले चुका है. वो माओवादियों की पीपल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (PGLA) बटालियन-1 का हेड है. हिडमा माओवादी स्पेशल जोनल कमेटी (DKSZ) का सदस्य भी है. इसके साथ ही सीपीआई (माओवादी) की 21 सदस्यीय सेंट्रल कमेटी का सदस्य भी है. बता दें कि नक्सली कमांडर हिडमा को सुरक्षा बलों के खिलाफ उसके अभियानों के लिए जाना जाता है.
झीरम घाटी हमले से खूंखार हुआ हिडमा
हिडमा साल 2004 से अब तक 27 से अधिक हमलों में शामिल रहा है. इसमें 2013 का झीरम (Jhiram Ghati Attack) और 2021 का बीजापुर हमला (Bijapur attack) भी शामिल है. अप्रैल 2017 के बुर्कापाल (Burkapal naxal attack) में सीआरपीएफ के 24 जवान शहीद हो गए थे. दंतेवाड़ा हमले में सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हो गए थे. राज्य पुलिस के मुताबिक, दंतेवाड़ा हमले में भी हिडमा ने सामने से नेतृत्व किया था.
नक्सल कमांडर हिडमा 2013 में झीरम घाटी नरसंहार से खूंखार हुआ. दरअसल, 25 मई, 2013 को कांग्रेस के काफिले पर हिडमा के संगठनों ने हमला किया था. इस हमले में तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, उनके बेटे दिनेश पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा और पूर्व विधायक उदय मुदलियार सहित 27 लोग मारे गए थे. वहीं इस महले के दौरान बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा पर नक्सलियों ने 100 से अधिक गोलियां दागी थी.
हिडमा पर 40 लाख रुपये का इनाम घोषित
इसके अलावा हिडमा को अप्रैल 2017 के बुर्कापाल हमले का भी मास्टरमाइंड माना जाता है, जिसमें 24 लोग मारे गए थे. हिडमा ज्यादातर दक्षिण सुकमा क्षेत्र में रहता है और वो हमेशा चार स्तरीय सुरक्षा घेरा में चलता है. हिडमा के अधीन 150 से अधिक कमांडर हैं, जो बेहतरीन रूप से प्रशिक्षित हैं. बता दें कि हिडमा पर 40 लाख रुपये का इनाम भी घोषित है. इसके अलावा हिडमा रावुला श्रीनिवास रमन्ना का करीबी भी माना जाता है. रमन्ना पर 150 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों की हत्या का आरोप है. वहीं रमन्ना का साल 2019 में कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया था. जिसके बाद हिडमा को नक्सलियों का कमांडर बना दिया गया.