मालकिन को किसने मारा? तोते ने खोला राज; कोर्ट ने दो को सुनाई उम्रकैद की सजा
आगरा। कहते हैं तोता एक ऐसा पक्षी है जिसकी याददाशत बहुत तेज होती है। अगर वो कुछ एक बार देख ले तो फिर भूलता नहीं है। उत्तर प्रदेश के आगरा में 9 साल पहले हुई विजय शर्मा की पत्नी नीलम की हत्या के मामले में तोते की गवाही के बाद अब कोर्ट ने भांजे आशुतोष गोस्वामी और उसके दोस्त रॉनी मैसी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई और 72 हजार रुपये का अर्थदंड जुर्माना लगाया है। बता दें कि तोते की मौत उसकी मालकिन नीलम की हत्या के 6 महीने बाद ही हो गई थी। लेकिन मरने से पहले तोते ने मालकिन के हत्यारों के नाम पुलिस और घरवालों को बता दिए थे। तोते के द्वारा बताए गए हत्यारों के नाम जानने के बाद पुलिस जांच शुरू की, जिसके बाद अब जाकर दोषियों को सजा मिल सकी है।
‘बेटी ने घर आकर देखा तो मां की लाश बिस्तर पर पड़ी थी’
आगरा में नीलम शर्मा अपने परिवार के साथ रहती थी. 20 फरवरी साल 2014 के दिन विजय शर्मा उनकी बेटी और बेटा फिरोजाबाद एक शादी में शामिल होने के लिए गए़ थे। घर पर नीलम अकेली थी। जब परिवार वापस लौटकर घर आया तो देखा नीलम और पालतू कुत्ते जैकी की किसी ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी है और घर से जरूरी सामान, जेवर और नकदी गायब थी।
पति और बेटी ने रोते हुए तोते से पूछा था-किसने मारा मां को
महिला की मौत के बाद से ही तोता पूरी तरह से खामोश हो गया था. तोते को नीलम से बहुत लगाव था. तोते का स्वभाव देख परिवार के लोगों को कुछ शक हुआ. जिसके बाद एक दिन पति विजय और बेटी तोते के सामने रोने लगे और उसे गुस्से में कहा कि ‘नीलम की हत्या हो गई और तुम कुछ नहीं कर सके, बताओ किसने नीलम को मारा.’ इसके बाद विजय ने तोते के आगे उन सभी लोगों के नाम लिए जिन पर उन्हे शक था, जैसे ही उन्होंने भांजे आशू का नाम लिया तो वो जोर-जोर से चिल्लाने लगा।
तोते आशू का नाम सुनते ही आशू-आशू चिल्लाने लगा. इस घटना के बाद परिजनों का शक सच्चाई में तब्दील हो गया कि उनकी नीलम की हत्या आशू ने ही की है. इसके बाद विजय शर्मा ने पुलिस को इस बारे में बताया, जिसके बाद पुलिस ने जब आशू को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो वो टूट गया और उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. आरोपी ने अपने दोस्त रॉनी मैसी के साथ इस हत्याकांड को अंजाम दिया था।
बेटे की तरह भांजे को प्यार करती थी नीलम
नीलम अपने भांजे को बेटे से भी ज्यादा प्यार करती थी. नीलम की बेटी निवेदिता ने बताया कि आशू उनकी बुआ का लड़का था. मां उसे बहुत प्यार करती थी. उसका हमेशा घर पर आना जाना लगा रहता था. आशू को घर पर रखी हर चीज के बारे में पता था. पैसों के लालच में आकर ही उसने मां के खून की साजिश रची. लालच में अंधे आशू ने नीलम पर 14 बार चाकू से वार किया था. जिस समय ये पूरा घटनाक्रम हुआ तोता वहीं मौजदू था. तोते की गवाही के कारण ही पुलिस आशू तक पहुंच सकी।